शिवपुरी. शहर की बंधन बैंक में बुधवार को एक उपभोक्ता के खाते में से फर्जी चेक लगाकर 2 लाख 82 हजार रुपए निकलने का सनसनी खेज मामला सामने आया। धोखाधड़ी का मामला उजागर होने के बाद जब बैंक प्रबंधन से पूछताछ की उनके पास चेक बुक जारी करने का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। जबकि पीडि़त ने बैंक प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्जकराई है। फर्जी तरीके से पैसे निकालने वाले का फुटेज भी सामने आया है, लेकिन स्पष्ट फुटेज न होने से उसकी पहचान नहीं हो पाई। महत्वपूर्ण बात यह है कि राशि निकलने के बाद महज 10 मिनिट में पीडि़त बैंक पहुंच गया, लेकिन राशि निकालने वाला वहां से इतनी देर में चंपत हो चुका था।
जानकारी के मुताबिक शहर के मनियर स्थित छात्रावास के पीछे रहने वाले अमर सिंह (41) पुत्र शिवदयाल धाकड़ ने एक वर्ष पूर्व एबी रोड स्थित बंधन बैंक में अपना खाता खुलवाया था। अमर के खाते में कुल 3 लाख 47 हजार रूपए का बैलेंस था। बुधवार दोपहर करीब 2.46 बजे अमर के मोबाइल पर 2 लाख 82 हजार रुपए निकलने का मैसेज आया। मैसेज देखते ही अमर महज 10 मिनिट के अंदर बंधन बैंक पहुंच गया और बैंक प्रबंधन से पूछा कि मेरे खाते से पैसे निकलने का मैसेज आया है। इस पर बैंक कैशियर ने बताया कि अभी कुछ देर पहले ही एक युवक आपके खाते के चेक से यह पैसे निकालकर ले गया है। बाद में जब चेक बुक नंबर देखा गया तो वह चेक 28 नंबर का निकला। यह सुनकर अमर बोला कि मेरे पास तो एक नंबर से लेकर 20 नंबर तक की चेक बुक है तो 28 नंबर का चेक कहां से आ गया।
जानकारी के मुताबिक शहर के मनियर स्थित छात्रावास के पीछे रहने वाले अमर सिंह (41) पुत्र शिवदयाल धाकड़ ने एक वर्ष पूर्व एबी रोड स्थित बंधन बैंक में अपना खाता खुलवाया था। अमर के खाते में कुल 3 लाख 47 हजार रूपए का बैलेंस था। बुधवार दोपहर करीब 2.46 बजे अमर के मोबाइल पर 2 लाख 82 हजार रुपए निकलने का मैसेज आया। मैसेज देखते ही अमर महज 10 मिनिट के अंदर बंधन बैंक पहुंच गया और बैंक प्रबंधन से पूछा कि मेरे खाते से पैसे निकलने का मैसेज आया है। इस पर बैंक कैशियर ने बताया कि अभी कुछ देर पहले ही एक युवक आपके खाते के चेक से यह पैसे निकालकर ले गया है। बाद में जब चेक बुक नंबर देखा गया तो वह चेक 28 नंबर का निकला। यह सुनकर अमर बोला कि मेरे पास तो एक नंबर से लेकर 20 नंबर तक की चेक बुक है तो 28 नंबर का चेक कहां से आ गया।
वहीं इस बात पर बैंक प्रबंधन अर्थात मैनेजर रवि गुप्ता उपभोक्ता अमर को कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। अमर ने तुरंत मामले की सूचना देहात थाना पुलिस को दी, पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। तीन घंटे की मशक्कत के बाद भी बैंक यह रिकॉर्ड नहीं निकाल पाई कि उन्होंने अमर के नाम पर दूसरी चेक बुक किसी दूसरे को कब जारी की थी। बड़ी बात यह है कि बैंक के जिस रजिस्टर पर चेक बुक जारी करने के बाद उपभोक्ता के हस्ताक्षर लिए जाते है वहां भी किसी के कोई हस्ताक्षर नहीं है। इधर उपभोक्ता अमर ने बैंक मैनेजर से लेकर पूरे स्टॉफ पर आरोप लगाए हैं कि इनकी ही मिलीभगत से यह घटना हुई है और उसके नाम पर फर्जी चेकबुक जारी करके उसके खाते से 2 लाख 82 हजार रुपए निकल गए। वहीं इस मामले में मैनेजर रवि गुप्ता यह नहीं बता पा रहे कि आखिर उपभोक्ता के साथ यह धोखाधड़ी हुई है तो उसको उसके पैसे वापस मिलेंगे या नहीं। ऐसे में उपभोक्ता परेशान है।
फुटेज से भी नहीं हो पा रही युवक की पहचान
यहां बता दें कि बैंक के बाहर कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है। अंदर जो कैमरे लगे हंै वह इतने घटिया किस्म के है कि उनमें भी चेक से पैसे निकालने वाले युवक का फुटेज स्पष्ट दिखाई नहीं दे रहा। चेक पर भी जो हस्ताक्षर है वह भी पूरी तरह से अमर के हस्ताक्षर से नहीं मिल रहे। पूरे मामले में पुलिस भी फुटेज लेकर मामले की पड़ताल में जुटी है। हालांकि पूरे मामले में बैंक प्रबंधन ही संदेह के घेरे में नजर आ रहा है।
यहां बता दें कि बैंक के बाहर कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है। अंदर जो कैमरे लगे हंै वह इतने घटिया किस्म के है कि उनमें भी चेक से पैसे निकालने वाले युवक का फुटेज स्पष्ट दिखाई नहीं दे रहा। चेक पर भी जो हस्ताक्षर है वह भी पूरी तरह से अमर के हस्ताक्षर से नहीं मिल रहे। पूरे मामले में पुलिस भी फुटेज लेकर मामले की पड़ताल में जुटी है। हालांकि पूरे मामले में बैंक प्रबंधन ही संदेह के घेरे में नजर आ रहा है।
मैनेजर नेे झाड़ा पल्ला
हम दो घंटे से चेक बुक जारी करने का रिकोर्ड निकलवा रहे हैं। अभी मिला नहीं है। रजिस्टर में भी चेक बुक लेने के हस्ताक्षर नहीं है। हम पूरे मामले की जानकारी लिखित में बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों को भेज रहे हैं। वहां से ही पूरे मामले की जांच होगी, उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
रवि गुप्ता, मैनेजर बंधन बैंक शिवपुरी
हम दो घंटे से चेक बुक जारी करने का रिकोर्ड निकलवा रहे हैं। अभी मिला नहीं है। रजिस्टर में भी चेक बुक लेने के हस्ताक्षर नहीं है। हम पूरे मामले की जानकारी लिखित में बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों को भेज रहे हैं। वहां से ही पूरे मामले की जांच होगी, उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
रवि गुप्ता, मैनेजर बंधन बैंक शिवपुरी
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