शिवपुरी. पिछले चौबीस घंटे में शिवपुरी शहर में जहां 55 मिमी बारिश हुई, वहीं अंचल में भी बारिश का क्रम जारी रहा। लगातार हो रही बारिश से गेहूं को छोड़ दूसरी फसलों को नुकसान होने की आशंका बढ़ गई। बीती रात बारिश के साथ चने के बराबर ओले भी गिरे तथा गुरुवार की सुबह से बारिश का क्रम जारी रहा। मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि मौसम अभी एक-दो दिन ऐसा ही रहेगा तथा बादल छंटते ही सर्दी और बढ़ेगी। मौसम के मिजाज बिगडऩे का जो क्रम बुधवार की सुबह से शुरू हुआ, वो पूरी रात जारी रहने के बाद गुरुवार की सुबह व दोपहर में भी जारी रहा। सुबह से हो रही बारिश के चलते सूर्यदेवता बादलों की ओट में पूरे दिन छुपे रहे तथा चलने वाली हवाओं में ठंडक घुल जाने से सर्दी का अहसास और भी अधिक बढ़ गया। हालांकि तापमान में महज 3 डिग्री की गिरावट होने से न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस पर रहा। दिनभर छाई रही हल्की कोहरे की धुंध के बीच देर दोपहर तक रिमझिम बारिश होती रही।
खेतों में भरा पानी, फसलें खराब, किसान परेशान
दो दिन से कभी रुक-रुककर तो कभी हो रही तेज बारिश ने अन्नदाता के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दीं, क्योंकि लगातार हुई बारिश से खेतों में पानी भर गया है, जिससे फसलों में गलाव की स्थिति निर्मित हो गई। किसानों का कहना है कि जिस तरह की बारिश बीती रात हुई है वैसी तो बारिश के मौसम में भी नहीं हुई थी। किसानों का कहना है कि इस बारिश ने चना, टमाटर, सरसों आदि की फसल को नुकसान कर दिया है। खेतों में खड़ा टमाटर जमीन पर गिर गया है, चने की फसल खराब हो गई है। किसानों के अनुसार अब टमाटर फटना शुरू हो जाएगा, हालांकि गेहूं की फसल को फायदा बताया जा रहा है।
दो दिन से कभी रुक-रुककर तो कभी हो रही तेज बारिश ने अन्नदाता के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दीं, क्योंकि लगातार हुई बारिश से खेतों में पानी भर गया है, जिससे फसलों में गलाव की स्थिति निर्मित हो गई। किसानों का कहना है कि जिस तरह की बारिश बीती रात हुई है वैसी तो बारिश के मौसम में भी नहीं हुई थी। किसानों का कहना है कि इस बारिश ने चना, टमाटर, सरसों आदि की फसल को नुकसान कर दिया है। खेतों में खड़ा टमाटर जमीन पर गिर गया है, चने की फसल खराब हो गई है। किसानों के अनुसार अब टमाटर फटना शुरू हो जाएगा, हालांकि गेहूं की फसल को फायदा बताया जा रहा है।
शिवपुरी में सबसे अधिक हुई बारिश
पिछले चौबीस घंटे में जिले भर में बारिश हुई। जिसमें शिवपुरी में सबसे अधिक 55 मिमी बारिश हुई। जबकि कोलारस में 6 मिमी, पोहरी में 13 मिमी, करैरा 14 मिमी, बैराड़ 18 मिमी, खनियांधाना 14 मिमी, पिछोर में 25 मिमी तथा बदरवास में 8 मिमी बारिश दर्ज की गई।
पिछले चौबीस घंटे में जिले भर में बारिश हुई। जिसमें शिवपुरी में सबसे अधिक 55 मिमी बारिश हुई। जबकि कोलारस में 6 मिमी, पोहरी में 13 मिमी, करैरा 14 मिमी, बैराड़ 18 मिमी, खनियांधाना 14 मिमी, पिछोर में 25 मिमी तथा बदरवास में 8 मिमी बारिश दर्ज की गई।
रात को हुई फसल से किसान का सबसे ज्यादा नुकसान चना में हुआ है, इसके अलावा टमाटर जमीन पर लेट गया है। अब इसमें दवाई आदि डालनी पड़ेगी, नहीं तो फूल मरने लगेगा और टमाटर का फटना तो लगभग तय है। सरसों का भी फूल झड़ गया है। आज टमाटर की क्रेट के रेट भी बढ़ गए हैं।
नरेश रावत, किसान
बारिश के कारण खेतों में पानी भर गया है, इससे फसलों में नुकसान होना तय है, चना में भी काफी नुकसान आएगा। खास बात यह है कि जैसे ही मौसम खुलेगा सर्दी बढऩे से फसल को पाला लगने की आशंका बढ़ गई है।
सुशील पाठक, किसान
साउथ राजस्थान व नॉर्थ-वेस्ट में चक्रवाती हवाओं की वजह से बारिश का क्रम अभी एक-दो दिन छुटपुट जारी रहेगा। तेज बूंदाबांदी के साथ ओले भी गिर सकते हैं। मौसम खुलने के साथ ही सर्दी और भी अधिक बढ़ेगी।
जीडी मिश्रा, मौसम वैज्ञानिक भोपाल
जीडी मिश्रा, मौसम वैज्ञानिक भोपाल
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