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तीन सीटर ऑटो में ढोया जा रहा15 से 20 स्कूली बच्चों को


*एकांश पटेल & जितेंद्र तिवारी.... खबर ए प्रेस क्लब बिर्रा 9669803702*

स्कूल संचालक कर रहा बच्चो के जान से खिलवाड़, ऑटो में भेड़ बकरीयों की तरह ढ़ो रहा बच्चो को

शिक्षा विभाग व स्थानीय पुलिस कर रही बड़े हादसे का इंतजार

स्कूल संचालक के साथ - साथ पुलिस भी कर रही सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवेलहना


बम्हनीडीह। ब्लाक अन्तर्गत ग्राम चारपारा के ज्ञान कुंज स्कूल में चल रहे स्कूल वैन नियमों की धज्जियां उड़ा रही हैं। प्रशासन की अनदेखी से बच्चे रोजाना जान हथेली पर रखकर स्कूल जाने को मजबूर हैं। स्कूल की छुट्टी हुई। एक-दूसरे का हाथ पकड़े बच्चे अपने ऑटो तक पहुंचने लगे। उसके बाद वो उन जगहों पर जाकर बैठे जहां उनकी जगह निर्धारित थी। वाहनों में बैठने के पहले उन बच्चों को यह नहीं पता होता कि वे जहां बैठ रहे हैं, वहां थोड़ा भी पांव इधर-उधर हुआ तो हादसे का शिकार हो सकते हैं लेकिन उन्हें पहले ही उनकी जगह बता दी गयी है। तीन सीट वाले ऑटो में ड्राइवर ने अपने पीछे एक पट्टा डाल दिया है। उस पर चार बच्चों को बैठाया जाता है। वहीं सामने तीन की जगह चार बच्चों को बैठाया एवं पीछे भी सीट बना कर चार से पांच बच्चो को बैठाया जाता है। दो बच्चे को ड्राइवर अपनी बगल की सीट पर बैठा लेता है। हमेशा इस स्कूल में यही नजारा दिखता है। बच्चे ऑटो में जद्दोजहद करते हुए घर और स्कूल पहुंचते हैं। रोजाना बच्चों की सुरक्षा ताक पर रहती है। हर दिन लग भग सौ बच्चे स्कूल की छुट्टी के बाद आॅटो पर सवार होकर घर जाते हैं।

लापरवाही से हो सकती है दुर्घटना।पर विभाग को कोई सरोकार नहीं

बच्चों को ऑटो में ठूस ठूसकर तेज रफ्तार से ड्राइवर लेकर चलते हैं। बच्चे रास्तेभर गाड़ी में उंघते रहते हैं। कई बार तो सोते हुए सिर बाहर आ जाता है। अगर थोड़ी भी चूक हुई तो अप्रिय घटना घट सकती है। ऐसी ही एक घटना पूर्व में एक प्राईवेट स्कूल के स्कूल वैन के साथ घटी है बच्चो को ले जा रही वैन ट्रैक्टर से टकरा कर पलट गई थी ।इसमें ड्राइवर व वैन में बैठे बच्चो को गंभीर चोटे अाई थी ।इस घटना के बाद भी शिक्षा विभाग गहरी नींद में सोई हुई है।कोई भी कार्यवाही करने से कतरा रही है

बच्चों की सेहत पर भी पड़ रहा है असर

ऑटो में बच्चे को ठूसकर ले जाते हैं लेकिन इसका असर बच्चों की सेहत पर भी हो रहा है। अधिकतर बच्चे सिर में दर्द, पेट दर्द की शिकायत करते हैं। कई बच्चे तो वैन और ऑटो में उल्टी तक कर देते हैं। इसके अलावा सिर आदि में चोट लगने की घटना अलग है।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश को ना मान कर मनमर्जी कर रहा है स्कूल संचालक,स्थानीय पुलिस दे रही साथ

प्राईवेट स्कूल के परिवहन को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी सख्त निर्देश दिए है कि स्कूली बच्चो को क्षमता से अधिक वाहन के नहीं बैठना है पर स्कूल संचालक अपनी मनमानी कर रहा है जिसका पूरा साथ पुलिस विभाग दे रहा है तभी तो आज तक किसी भी स्कूल के परिवहन को लेकर कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है

संचालक के पास फोन उठाने तक का समय नही
जब इस सबंध में स्कूल संचालक को फोन कर इस तरह से छोटे छोटे बच्चों को बिना किसी सुरक्षा के आटो मे भर कर स्कूल लाने लेजाने के संबंध मे फोन किया गया तो उनके द्वारा फोन रिसीव नही किया फोन रिसीव नही किया गया है

वर्जन

स्कूल संचालक के द्वारा आटो मे ओवर लोड कर बच्चों को भर कर लाने ले जाने की सिकायत मिली है इस पर जांच कर कार्यवाही की जायेगी

राजेश श्रीवास्तव
थाना प्रभारी बम्हनीडीह

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