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Shivpuri News : पीले मेंढक, मादा को रिझाने के लिए बदलते हैं रंग, आज फतेहपुर क्षेत्र में दिखे पीले मेढक


शिवपुरी में मानसून की पहली ही बारिश ने न सिर्फ गर्मी से राहत दी, बल्कि प्रकृति के अद्भुत रंग भी उजागर कर दिए। शिवपुरी शहर के फतेहपुर क्षेत्र में लोगों को हाल ही में एक दुर्लभ दृश्य देखने को मिला, जब कुछ चमकदार पीले रंग के मेंढक नजर आए। सोशल मीडिया पर इनका वीडियो वायरल हो गया, जिसे देखकर लोग पहले तो चौंक गए, क्योंकि यह मेंढक किसी खिलौने जैसे लग रहे थे। लेकिन असल में ये कोई साधारण जीव नहीं, बल्कि इंडियन बुल फ्रॉग हैं।


साल में एक बार बदलते हैं रंग

जानकारों के मुताबिक, इंडियन बुल फ्रॉग सामान्य दिनों में भूरा या हरा रंग लिए होते हैं और मिट्टी या जलाशयों में छिपे रहते हैं। लेकिन जैसे ही मानसून की पहली बारिश होती है, यह मेंढक सक्रिय हो जाते हैं। खास बात यह है कि प्रजनन काल के दौरान नर मेंढक मादा को आकर्षित करने के लिए अपना रंग बदलकर चटक पीला कर लेते हैं। यह रंग सूरजमुखी के फूल जैसा पीला होता है जो दूर से ही दिखता है।

आवाज और रंग से करते हैं मादा को आकर्षित - 

इन नर मेंढकों की पहचान न सिर्फ उनके रंग से होती है, बल्कि ये टर्र-टर्र की तेज आवाजें भी निकालते हैं। उनके गालों के पास नीले रंग की वोकल सैक फूलती है, जिससे आवाज और ज्यादा दूर तक सुनाई देती है। यह पूरी प्रक्रिया मादा को आकर्षित करने के लिए होती है, जिससे वे प्रजनन में सफल हो सकें।

तालाबों और झीलों में दिखाई देते हैं - 

इंडियन बुल फ्रॉग आमतौर पर तालाब, नदी, झील या झरनों के किनारे पाए जाते हैं। मानसून की शुरुआत में कुछ ही दिनों तक ये पीले रंग में दिखाई देते हैं, इसलिए इन्हें साल में एक बार देखे जाने वाला जीव भी कहा जाता है।

यह प्राकृतिक चक्र हर साल एक बार ही सक्रिय होता है और लोगों को प्रकृति की विविधता और विज्ञान का अद्भुत मेल देखने को मिलता है।

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