इंदौर सट्टा बाजार के आंकलन गलत साबित होंगे। कांग्रेस ने यह दावा किया है। इसी के साथ 10 नवंबर को होने वाली विधानसभा उपचुनाव की मतगणना के लिए भी खास तैयारी शुरू कर दी है। उपचुनाव के पहले कांग्रेस अपने उन कार्यकर्ताओं को भी खास प्रशिक्षण देगी जो मतगणना में उम्मीदवार के एजेंट के रूप में मौजूद रहेंगे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने भी मतगणना के लिए उम्मीदवारों को खास एहतियात बरतते हुए फॉर्म 17(ग) के मिलान को लेकर निर्देश जारी कर दिए हैं।
कांग्रेस ने उम्मीदवारों को निर्देश दिए हैं कि मतगणना शुरू होने से पहले वे किसी भी स्थिति में फॉर्म 17 (ग) का सावधानी से पूरा मिलान करें। मतदान होने के बाद हर बूथ के पोलिंग एजेंट को संबंधित बूथ का अधिकारी फॉर्म 17 (ग) देता है। कांग्रेस इस फॉर्म के मिलान पर जोर दे रही है ताकि मतगणना में किसी भी तरह की गड़बड़ी व हेरफेर की आशंका को समाप्त किया जा सके। फॉर्म 17 (ग) बूथ पर तैनात हर दल के पोलिंग एजेंट को उस बूथ का बीएलओ जारी करता है। इस फॉर्म में ईवीएम का नंबर, बैलेट यूनिट का नंबर, वीवीपैट का नंबर लिखा होता है। साथ ही इस फॉर्म में मतदान से जुड़ी एक-एक एंट्री भी दर्ज की जाती है। इसमें यह लिखा होता है कि संबंधित बूथ पर कुल कितने वोट पड़े, कितने महिला और कितने पुरुषों ने वोट डाला। और तो और ईवीएम को सील करने वाली खास हरे कागज की सील का भी एक यूनिक नंबर होता है वह भी इस फॉर्म में लिखा होता है।
कांग्रेस ने हिदायत दी कि मतगणना शुरू होने से पहले हर बूथ की मशीन को खोलने से पहले उसके फॉर्म 17(ग) की सभी एंट्री का मिलान किया जाए। सांवेर उपचुनाव को लेकर कांग्रेस जिलाअध्यक्ष सदाशिव यादव और उम्मीदवार प्रेमचंद गुड्डु ईवीएम की सुरक्षा से लेकर स्थानीय अधिकारियों के रवैये दोनों पर कई सवाल खड़े कर चुके हैं। कांग्रेस अब अपने स्थानीय कार्यकर्ताओं को मतगणना की तैयारी के लिए खास प्रशिक्षण देने जा रही है।
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