भोपाल। मध्य प्रदेश की सत्ता का भविष्य तय करने वाले 28 विधानसभा सीटों के उपचुनाव के नतीजे आने से पहले कांग्रेस अपने सभी विधायकों को एकजुट रखने में जुट गई है। सोमवार से विधायकों का भोपाल पहुंचना शुरू हो जाएगा और मंगलवार तक सभी विधायक आ जाएंगे।
उधर, प्रदेश कांग्रेस ने जिला कांग्रेस और उम्मीदवारों को निर्देश दिए हैं कि मतगणना से पहले इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के नंबरों का मिलान किया जाए। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ अपनी टीम के साथ चुनाव परिणाम प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में देखेंगे।
कांग्रेस ने बुधवार को शाम छह बजे कमल नाथ के श्यामला हिल्स स्थित शासकीय आवास पर विधायक दल की बैठक रखी गई है। इसमें चुनाव परिणामों के आधार पर रणनीति तय की जाएगी। इसके लिए विधायकों का सोमवार से भोपाल आना शुरू हो जाएगा। अधिकांश विधायक मंगलवार को पहुंचेंगे। बताया जा रहा है कि कुछ पूर्व मंत्रियों को विधायकों के संपर्क में रहने के लिए कहा गया है।
दरअसल, कांग्रेस को आशंका है कि उपचुनाव में परिणाम के बाद एक फिर भाजपा पार्टी विधायकों का पाला बदलवाने की कोशिश करेगी। कमल नाथ इसको लेकर भाजपा पर आरोप भी लगा चुके हैं। यही वजह है कि पार्टी ने अपने विधायकों को साधकर रखने के लिए भरोसेमंद नेताओं को उनके संपर्क में रहने की जिम्मेदारी सौंपी है। इसी रणनीति के तहत ज्यादा से ज्यादा विधायकों को परिणाम आने से पहले ही भोपाल बुलाया जा रहा है।
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