ग्वालियर कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी सिर्फ कागजोंं तक सीमित है। वास्तविकता यह है कि न तो नर्सिंग कॉलेज प्रशासन की मदद को तैयार हैं और न सरकार और स्थानीय अमला। अब तक के कामकाज की समीक्षा को लेकर कलेक्ट्रेट में सोमवार दोपहर हुई बैठक में इस तरह की परेशानियां खुद ही अफसरों ने एक दूसरे को बताईं। इस बैठक में प्रभारी कलेक्टर शिवम वर्मा देरी से पहुंचे।
जिला पंचायत सीईओ किशोर कन्याल ने ही अफसरोंं को निर्देश दिए। बैठक में अपर कलेक्टर रिंकेश वैश्य, सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा सहित स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक भी मौजद थे। प्रभारी कलेक्टर शिवम वर्मा ने कहा कि हर स्तर के आपदा प्रबंधन ग्रुप की बैठक हर सप्ताह नियमित हो, इससे संक्रमण रोकने और कोरोना गाइड लाइन के पालन में मदद मिलेगी।
बैठक में 4 अहम तैयारियाें पर चर्चा के बाद खुली पोल
नर्सिंग कॉलेज...25 से ज्यादा काॅलेजाें के प्रबंधन ने लाइसेंस निरस्त करने के लिए कहा- करीब 100 कॉलेज हैं, इनमें 1000 बिस्तर पर ऑक्सीजन की व्यवस्था होनी है। बैठक में बताया गया कि 25 से ज्यादा नर्सिंग कॉलेजों ने सुविधाएं मुहैया कराने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा है कि वे खुद रजिस्ट्रेशन निरस्त कराने के लिए आवेदन दे रहे हैं। प्रभारी कलेक्टर ने कहा कि उनके रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दो।
बच्चाें के डॉक्टर...18 पदाें के लिए फिर से मांगा प्रस्ताव
तीसरी लहर में बच्चे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं, इसी कारण 18 बच्चों के डॉक्टरों की मांग सरकार से की गई थी। सरकार ने संक्रमण खत्म होने पर इसे वर्तमान मांग के आधार पर फिर प्रस्ताव भेजने को कहा है। बैठक में बताया गया कि सरकारी अस्पतालों में बच्ची के डॉक्टरो की सर्वाधिक कमी है।
ऑक्सीजन प्लांट...ज्यादातर की टाइम लाइन निकली
आधा दर्जन प्लांट लगने हैं पर अधिकतर की गति पहुत धीमी है। इसके लिए 15 जून की टाइम लाइन तय हुई थी पर आगे कुछ नहीं हुआ। सोमवार को बैठक में प्रभारी कलेक्टर वर्मा ने फिर कहा कि सभी जगह पर काम समय पर पूरा हो, यह सुनिश्चित कर लिया जाए।
खाली पदों पर भर्ती...511 पदाें की जगह 174 काे ही मिली मंजूरी
कोरोना में अस्थायी भर्ती 30 जून तक के लिए की गई थी। जुलाई के बाद संक्रमण फैलने का अंदेशा था, इसी कारण जिले में 11 संवर्ग के 511 पद भरने का प्रस्ताव सीएमएचओ ने भेजा था। इसके बदले सोमवार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक ने सिर्फ 174 की ही मंजूरी दी है।
डोज कम पड़े इसलिए सिर्फ 4123 को लगे टीके, कई लौटे, अब एक जुलाई को लगेंगे
ग्वालियर| वैक्सीन की कमी के कारण सोमवार को टीकाकरण केंद्राें पर दिन भर अफरा-तफरी मची रही। ज्यादातर केंद्रों पर दोपहर में ही डोज खत्म हो गए। अब अगला टीकाकरण अभियान 1 जुलाई को चलेगा। इसमें लोगों को कोविशील्ड की पहली और दूसरी डाेज लगाई जाएगी। शहर में कोविशील्ड के डाेज नहीं थे। इस कारण काे-वैक्सीन लगाने के लिए बनाए गए छह केंद्रों पर सुबह से लोगों की भीड़ होने लगी।
स्थिति यह थी कि जयारोग्य चिकित्सालय को दिए गए 300 डोज में से 250 से अधिक दोपहर करीब 1:24 बजे लग गए। कर्मचारियों ने जिला टीकाकरण अधिकारी को इसकी जानकारी फोन पर दी। इसके बाद यहां 100 डोज भेजे गए। यहां कुल 400 लोगों को टीके लगे। कई मरीज बिना टीके लगवाए लौटे। वहीं मप्र चेंबर ऑफ कॉमर्स, जीवायएमसी क्लब और जिला अस्पताल में टीके लगवाने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी।

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