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प्रदर्शन की चेतावनी:कोरोना से मृत नर्सिंग स्टाफ के परिजन को अनुकंपा नियुक्ति दें, वरना काम बंद



 शिवपुरी कोरोना काल मे शहीद हुए नर्सिंग स्टाफ के परिजन को अनुकंपा नियुक्ति देने के साथ 15 अगस्त को राष्ट्रीय कोरोना योद्धा अवार्ड से सम्मानित किया जाए। यदि सरकार ऐसा नहीं करती तो फिर नर्सिंग एसोसिएशन विरोध प्रदर्शन करते हुए काम बंद कर देगी। यह चेतावनी मेडिकल कॉलेज के नर्सिंग स्टाफ ने डीन डॉ. अक्षय निगम को ज्ञापन सौंपते हुए दी। नर्सों ने अपना विरोध जताते हुए कहा कि कोरोना काल में शासन स्तर पर जितनी भी घोषणा की गईं, उन पर अमल नहीं किया गया है।

उन्हें अग्रिम दो वेतनवृद्धि का लाभ दिलाया जाए। साल 2018 के आदेश से भर्ती नियमों में संशोधन करते हुए 70%, 80% और 90% का नियम हटाया जाए और प्रतिनियुक्ति समाप्त कर स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू की जाए। सरकारी कॉलेज मे सेवारत रहते हुए नर्सेस को उच्च‍ शिक्षा के लिए आयु बंधन हटाया जाए। मेल नर्स को समान अवसर दिए जाएं।

इस अवसर पर जिला अध्यक्ष इरम सुल्ताना, उपाध्यक्ष अंजुलता राय, प्रियंका शुक्ला, सचिव शीना राठौर, रेखा बरिवै, सह सचिव ज्योति दुबे मिश्रा, कोषाध्यक्ष राखी दुबे, मीना प्रजापति, मीडिया प्रभारी इंदु चौधरी, पूजा यादव, संगठन सचिव भानुप्रिया खेडे, अंजली झारिया, अर्चना कुशवाह, कार्यकारिणी अध्यक्ष बीना जोसफ, मेरी अंजिता कुजूर, कार्यकारिणी सदस्य संजू राजौरा, सपना तोमर, ज्योति ग्रेस, प्रीतम शर्मा, प्रभा पाटिल, नेहा ठाकरे, संगीता शाक्य, दीपिका, ज्योतिष वर्मा उपस्थित रहीं।

...तो पूरे प्रदेश में हड़ताल करेंगे: इरम
कोरोना काल मे अस्थायी रुप से भर्ती नर्सेस को नियमित किया जाए और प्राइवेट कंपनी की ओर से लगाई गईं नर्सेस को भी योग्यता के अनुसार नियमित किया जाए। जिला अध्यक्ष इरम सुल्ताना ने बताया कि कोविड-19 महामारी में सबसे ज्यादा फ्रंटलाइन वर्कर हमारी नर्सेस बहने हैं। अपनी जान की परवाह न करते हुए उन्होंने देश पर आए संकट में अपना पूरा योगदान दिया। इरम का कहना था कि अगर हम नर्सेस की मांगें नहीं मानीं तो शिवपुरी सहित मध्यप्रदेश की समस्त नर्सेस अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली जाएंगी।

यह मांग भी रखीं: उच्च्य स्तरीय वेतनमान सेकंड ग्रेड अन्य राज्यों की तरह मध्य प्रदेश मे कार्यरत नर्सेस को मिले। {पुरानी पेंशन योजना लागू हो। {नर्सेस को एक ही विभाग मे समान कार्य के लिए समान वेतनमान दिया जाए। {लंबित पदोन्नति को शुरु करें। { नर्सेस को डेजिगनेशन प्रमोशन दिया जाए। { मेल नर्स की भर्ती की जाए। { स्वशासी में पदस्थ नर्सें को 7वंे कमीशन का लाभ सन 2016 से दिया जाए। {शासकीय नर्सिंग कोलेज, स्कूल में अध्ययनरत छात्राओं को कलेक्ट्रेट दर पर लगभग 18000 रुपए प्रतिमाह मानदेय दिया जाए।

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