शिवपुरी
मानसून की बेरुखी के चलते शिवपुरी जिले में बारिश नहीं हो रही है। जुलाई के नौ दिनों में सिर्फ 11 मिमी औसत बारिश ही दर्ज हो सकी है। वहीं पिछले साल से तुलना करें तो इस बार 29.65 मिमी औसत बारिश कम दर्ज हुई है। शिवपुरी शहर सहित जिले भर में छुटमुट बारिश देखने में आ रही है। दिन में धूप खिलने के बाद मामूली बूंदाबांदी उमस बढ़ा रही है। हर दिन घटाएं तो उमड़ आती हैं, लेकिन अपेक्षाकृत बारिश नहीं होती। जिले में बारिश नहीं होने की वजह से इस बार खरीफ फसलों की बोवनी प्रभावित हो गई है। बारिश के अभाव में इस साल खरीफ का रकबा घटने के आसार हैं।
कृषि विभाग ने इस साल शिवपुरी जिले में खरीफ रकवा 4.65 लाख हैक्टेयर तय किया है जिसमें सबसे अधिक सोयाबीन शामिल है। बारिश नहीं होने से सोयाबीन की बोवनी नहीं हो सकी है। अन्य फसलों की भी बोवनी नहीं होने से किसानों को आर्थिक नुकसान होता दिख रहा है।
जुलाई: नौ दिन में इस साल 11 मिमी, पिछले साल 26.71 मिमी बारिश हुई थी
इस साल जुलाई के नौ दिनों पर गौर करें तो महज 11 मिमी औसत बारिश ही हो सकी है। जबकि पिछले साल जुलाई 2020 के नौ दिनों में 26.71 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। बता दें कि 30 जून 2021 को 98 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। 9 जुलाई 2020 तक कुल 138.71 मिमी बारिश दर्ज हो चुकी थी। 9 जुलाई 2021 को 109.06 मिमी औसत बारिश ही हुई है। जिले की कुल औसत बारिश 816.3 मिमी है। इस लिहाज से अभी तक महज 13.36% बारिश का कोटा पूरा हुआ है।
13 जून को बारिश से झरना शुरू हो गया था
शिवपुरी शहर के पर्यटक स्थल भदैयाकुंड पर 13 जून को प्री-मानसून की तेज बारिश के चलते झरना बह निकला था। लेकिन उसके बाद बारिश का सिलसिला थम गया। 9 जुलाई को भदैयाकुंड का झरने का पानी ही गायब है। ऐसा लग रहा है कि सीजन में पानी बरसा ही नहीं है। जिले के अन्य पर्यटक स्थल भी सुनसान रहते हैं।
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