शिवपुरी खनियांधाना तहसील के सिनावलकलां गांव में उचित मूल्य दुकानों पर राशन बंदूकों की नोक पर बांटा जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि हमें कम राशन बांट रहे हैं। सेल्समैन आधे से ज्यादा राशन गायब कर देता है। दरअसल जिले के पिछोर-खनियांधाना ब्लॉक में सार्वजनिक वितरण प्रणाली पर राशन माफिया का शिकंजा है।
सरकार और प्रशासन चाहकर भी कुछ नहीं कर पा रहा। सिनावलकलां गांव में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की पड़ताल की तो पता चला कि हितग्राहियों को हकीकत में आधा-अधूरा राशन बांटा जा रहा है। सेल्समैन द्वारा हितग्राहियों के फिंगर लगवाकर पूरा राशन नहीं दिया जा रहा है। हितग्राही राघवेंद्र लोधी (23933350) को 5 जुलाई को सिर्फ 20 किग्रा गेहूं व 1 किलो नमक दिया है, जबकि पोर्टल पर 24 किग्रा गेहूं, 6 किग्रा चावल, 1 लीटर केरोसिन व 1 किलो नमक दर्ज है। वहीं 6 जून को मोदी सरकार वाला दो माह का 60 किग्रा गेहूं तो बिना बांटे ही पोर्टल पर चढ़ाया है।
मई में भी रेगुलर 48 किग्रा में से सिर्फ 20 किलो राशन दिया है। इसी तरह रमेश लोधी (21640283) को रेगुलर वाला मई में सिर्फ 25 किग्रा राशन दिया। इसी के संग जून का केंद्र सरकार वाला 50 किग्रा गेहूं नहीं दिया। जुलाई में भी रेगुलर व केंद्र वाला 50 किग्रा राशन मंजूर हुआ है। रमेश ने कहा कि मांगने दुकान पर गए तो सेल्समैन लड़ बैठा। गांव के ब्रजभान लोधी (23939148) के नाम 6 जून को केंद्र वाला 50 किग्रा गेहूं व 1 लीटर केरोसिन रिकार्ड में बंटना दर्ज है। ब्रजभान का कहना है कि सिर्फ 15 किग्रा गेहूं ही दिया है। हालांकि जुलाई का 40 किग्रा गेहूं व 10 किग्रा चावल अभी रिकार्ड में भी बंटा नहीं है।
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