स्कूल शिक्षा मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह ने कहा है कि इस वर्ष की तरह शैक्षणिक सत्र 2026-27 में भी बच्चों को पाठ्य-पुस्तकें गुणवत्ता के साथ समय पर मिलें, यह सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने इस वर्ष 2025-26 में बच्चों को पाठ्य-पुस्तकें शैक्षणिक सत्र अप्रैल में शुरू होते ही वितरित होने पर संतोष व्यक्त किया। प्रदेश में इस वर्ष 14 करोड़ 70 लाख पाठ्य-पुस्तकें स्कूल जाने वाले बच्चों को वितरित की गयी हैं। स्कूल शिक्षा मंत्री श्री सिंह बुधवार को मंत्रालय में गवर्निंग बॉडी बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में सचिव स्कूल शिक्षा डॉ. संजय गोयल भी मौजूद थे। बैठक के प्रारंभ में निगम के एमडी श्री विनय निगम ने विभागीय गतिविधियों की जानकारी दी।
बैठक में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिये विभिन्न प्रकार की सामग्री जैसे एनसीईआरटी द्वारा तैयार जादूई पिटारा किट, फाउण्डेशन लिटरेसी एण्ड न्यूम्रेसी (एफएलएन) आदि पुस्तकें उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये। बैठक में बताया गया कि एनसीईआरटी द्वारा प्रदेश में अन्य राज्यों के मुकाबले में पहली बार जादूई पिटारा मुद्रित कराया गया है। स्कूल शिक्षा मंत्री श्री सिंह ने पाठ्य-पुस्तकों के वितरण एवं छात्रों को प्रदाय की व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अगले शैक्षणिक सत्र 2026-27 में पाठ्य-पुस्तकों की गुणवत्ता में और सुधार कर आकर्षक बनाया जाये। बैठक में निगम के कर्मचारियों के वेतन और अन्य भत्तों सहित आवंटित आवासों के मरम्मत कार्य पर भी चर्चा की गयी। सचिव स्कूल शिक्षा डॉ. गोयल ने निगम के कर्मचारियों और अधिकारियों के रिक्त पदों को भरे जाने के संबंध में सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि पर्याप्त स्टॉफ होने से निगम की कार्य क्षमता में वृद्धि होगी।
बैठक में आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती शिल्पा गुप्ता, संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र श्री हरजिंदर सिंह, वित्त, माध्यमिक शिक्षा मण्डल बोर्ड, अनुसूचित जनजाति विकास के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
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