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SHIVPURI NEWS : सहकारी समितियों के माध्यम से ले सकते हैं खाद कृषि विभाग ने दी खाद उपलब्धता की जानकारी

 



शिवपुरी जिले में वर्तमान में कुल 30,126 मैट्रिक टन खाद उपलब्ध है, जिसमें 7,713 मैट्रिक टन यूरिया, 820 मैट्रिक टन डीएपी, 6,059 मैट्रिक टन एनपीके, 14,980 मैट्रिक टन एसएसपी तथा 554 मैट्रिक टन एमओपी शामिल हैं।

खरीफ सीजन 2025 के तहत 1 अप्रैल 2025 से अब तक 25,434 मैट्रिक टन खाद का वितरण किया जा चुका है, जिसमें 9,236 मैट्रिक टन यूरिया, 8,597 मैट्रिक टन डीएपी, 3,478 मैट्रिक टन एनपीके, 3,977 मैट्रिक टन एसएसपी और 146 मैट्रिक टन एमओपी सम्मिलित हैं।

12 जून को पारादीप फास्फेट कंपनी के डीएपी और एनपीके का एक रैक शिवपुरी रैक प्वाइंट पर प्राप्त हुआ, जिससे जिले को 310 मैट्रिक टन डीएपी और 260 मैट्रिक टन एनपीके प्राप्त हुआ। इस खाद का वितरण सहकारी समितियों और निजी उर्वरक विक्रेताओं को किया जा रहा है।

सहकारी समितियों को कुल 200 मैट्रिक टन डीएपी और 175 मैट्रिक टन टीएसपी खाद आवंटित किया गया है।

डीएपी प्राप्त करने वाली समितियाँ हैं:

छर्च, चिन्नौदी, कुवंरपुर, दिहायला, मुढेरी, सिंहनिवास, विलोकंला, सतनवाड़ा — प्रत्येक को 25 मैट्रिक टन।

टीएसपी प्राप्त करने वाली समितियाँ हैं:

अकाझिरी, पिपरौदाउवारी, महुआ, कालीपहाड़ी, दिनारा, करही, समूहा — प्रत्येक को 25 मैट्रिक टन।

निजी उर्वरक विक्रेताओं को कुल 110 मैट्रिक टन डीएपी और 85 मैट्रिक टन टीएसपी आवंटित किया गया है जिसमें विनोद ट्रेडिंग कंपनी को 50-50 मैट्रिक टन डीएपी एवं टीएसपी,

जनता एग्रो एजेंसी को 25 मैट्रिक टन डीएपी एवं 20 मैट्रिक टन टीएसपी,गिर्राज ट्रेडिंग कंपनी को 35 मैट्रिक टन डीएपी एवं 15 मैट्रिक टन टीएसपी प्रदान किया गया है।

कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि यदि डीएपी उपलब्ध न हो तो वे एनपीके का विकल्प चुन सकते हैं, जो पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए उपयुक्त है। किसान 12:32:16, 16:16:16 और 20:20:13 के स्लॉट्स में SMS या पोर्टल के माध्यम से भी एनपीके की बुवाई कर सकते हैं।

सभी किसानों से अनुरोध है कि वे खाद प्राप्त करने के लिए जिला कार्यालय न आकर, संबंधित तहसील, सहकारी समिति या नजदीकी निजी विक्रेताओं से ही खाद प्राप्त करें, ताकि अनावश्यक भीड़ और असुविधा से बचा जा सके।

कृषि विभाग ने स्पष्ट किया है कि जिले में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है और किसान आवश्यकता अनुसार निर्धारित केंद्रों से खाद का उठाव कर सकते हैं।

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