
राजगढ़। मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में श्रीकृष्ण गौशाला व कृषि उपज मंडी में 100 गायों की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है। आशंका है कि गायों की मौत cow death भूख और प्यास के कारण हुई है। जानकारी के मुताबिक प्रदेश मे हो रही भारी बारिश के कारध गौशाला में कीचड़ ही कीचड़ है। लगातार कीचड़ में रहने और पर्याप्त चारा आदि के नहीं मिलने से गायों की मौत का कारण माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि पिछले 12 दिनों में 100 से अधिक गायों cow news की मौत हो गई है। उसके बाद भी प्रशासन की तरफ से कोई प्रयास नहीं किए गए।
राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता पहुंची
राजगढ़ जिले के खिलचीपुर के श्री कृष्ण गौशाला व कृषि उपज मंडी में कल शाम को करीब 70 से अधिक गायों की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया। गायों की मौत का मामला सामने आते ही राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता घटना स्थल पर पहुंची। कलेक्टर निधि निवेदिता को मौके पर 15 गाये मरी हुई मिली।
राजगढ़ जिले के खिलचीपुर के श्री कृष्ण गौशाला व कृषि उपज मंडी में कल शाम को करीब 70 से अधिक गायों की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया। गायों की मौत का मामला सामने आते ही राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता घटना स्थल पर पहुंची। कलेक्टर निधि निवेदिता को मौके पर 15 गाये मरी हुई मिली।
गायों की मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है
गायों की मौत क्यों हो रही इसको लेकर आज राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता ने पशु विभाग के डॉक्टरों को रिपोर्ट देने को कहा है। साथ ही कलेक्टर ने गौशाला में बीमार गायों के इलाज व गायों की मौत को रोकने के लिए चार पशु डॉक्टरों के दल को देख रेख के लिए गौशाला में रहने को कहा है। खिलचीपुर में लगातार गायों की मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।
गायों की मौत क्यों हो रही इसको लेकर आज राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता ने पशु विभाग के डॉक्टरों को रिपोर्ट देने को कहा है। साथ ही कलेक्टर ने गौशाला में बीमार गायों के इलाज व गायों की मौत को रोकने के लिए चार पशु डॉक्टरों के दल को देख रेख के लिए गौशाला में रहने को कहा है। खिलचीपुर में लगातार गायों की मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।
ये है कारण
गौशाला में क्षमता से अधिक गाय होने से मौत का बड़ा कारण माना जा रहा है। गौशाला में टीन शेड तक नहीं है, जिसकी वजह से गाय खुले आसमान के नीचे रहती है। लगातार हो रही बारिश में भीगने व खुले में बारिश की वजह से हो रहे कीचड़ में बैठने से हर- दिन गायों की मौत हो रही है। गौशाला के चौकीदार की माने तो गौशाला में 600 गाय के रहने की जगह है ,लेकिन इस समय आसपास के ग्रामीण अपनी फसल को बचाने के लिए “गायों को गांव से भगाते हुए गौशाला में लाकर छोड़ देते है, जिससे गौशाला में क्षमता से अधिक गाय हो गई।
गौशाला में क्षमता से अधिक गाय होने से मौत का बड़ा कारण माना जा रहा है। गौशाला में टीन शेड तक नहीं है, जिसकी वजह से गाय खुले आसमान के नीचे रहती है। लगातार हो रही बारिश में भीगने व खुले में बारिश की वजह से हो रहे कीचड़ में बैठने से हर- दिन गायों की मौत हो रही है। गौशाला के चौकीदार की माने तो गौशाला में 600 गाय के रहने की जगह है ,लेकिन इस समय आसपास के ग्रामीण अपनी फसल को बचाने के लिए “गायों को गांव से भगाते हुए गौशाला में लाकर छोड़ देते है, जिससे गौशाला में क्षमता से अधिक गाय हो गई।
अनुमान लगाया जा रहा है कि गौशाला में 600 की जगह 7 हजार गायों का रखा गया है। लगातार गायों कि मौत से अब सवाल यही की आखिर इन गायों की मौत का जिम्मेदार कौन है ?
0 टिप्पणियाँ