*(बिर्रा चंडीमंदिर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा का समापन)*
*✍बिर्रा-मानव जीवन.के कल्याण के लिए भक्ति से बडा कोई धर्म नही,मोक्ष प्राप्ति का एकमात्र साधन भगवतशरण को प्राप्त करना है।और यही सीखाता है श्रीमद्भागवत।क्योंकि श्रीमद्भागवत कथा सभी पुराणों का सार है।उक्त बातें जय मां चंडी विकास समीति बिर्रा द्वारा शारदीय नवरात्रि पर्व पर मां चंडी परिसर में संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के समापन अवसर पर भागवत के सार को समझाते हुए व्यासपीठ से कथावाचिका दीदी सविता गोस्वामी ने कही।उन्होंने सुदामा चरित्र के वर्णन करते कहा कि आप बेशक धन से गरीब हो जाएं पर तन-मन से मजबूत रहें।उन्होंने कथा का विस्तार से वर्णन करते हुए श्रीमद्भागवत का सार को बताया।सप्ताह भर भगवत भक्ति की धारा बही।जिसका रसपान करने बिर्रा सहित आसपास के श्रद्धालु उपस्थित रहे।कथा श्रवण करने क्षेत्रीय विधायक केशवप्रसाद चंद्रा, कांग्रेस कमेंटी से चौलेश्वर चंद्राकर, चंद्रदेव महंत,पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्रीमती गीता चंद्रा, लालबाबा,निलाम्बर सिंह,सरपंच श्रीमती डिम्पल गोपीचन्द कर्ष,रोहनलाल कश्यप, मनहरणलाल,लखनलाल देवांगन, गोवर्धन,रामनारायण थवाईत, रामकुमार, सम्मेलाल यादव,महाराम कश्यप, तेरसराम, नंदलाल श्रीवास, लक्ष्यनाथ,लक्ष्मी देवांगन, राजू देवांगन, परस पटेल,जितेन्द्र तिवारी, अभिराम कश्यप, दिनेश थवाईत, विजय देवांगन, विजयेन्द्र, भोलाराम सहित भारी संख्या में महिला श्रद्धालुओं की भीड प्रतिदिन रही।*
*👉सप्तमी पर रही भारी चहल पहल-नवरात्रि पर्व पर सप्तमी पर हर मंदिर,दूर्गा पंडाल पर दर्शनार्थियों की भीड रही।चंडीमंदिर में सुबह से ही अपनी मनोकामना लेकर श्रद्धालु लोट मारते पहुंचे।*
*टीप फोटो संलग्न*
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