शिवपुरी शहर में इन दिनों श्वेतांबर जैन समाज द्वारा वीटीपी स्कूल परिसर में 100 वे शताब्दी समारोह का आयोजन आचार्य कुलचंद्र सुरीश्वर महाराज के सानिध्य में आयोजित किया जा रहा है। सोमवार को यहां पहली बार एक साथ 900 शिक्षकों को मंच से सम्मानित किया गया। खास बात यह रही कि अब से 63 साल पहले सन 1959 में कक्षा 9 की पढ़ाई करने वाले पीजी कॉलेज से सेवानिवृत्त हुए प्राचार्य प्रोफेसर डॉक्टर एलडी गुप्ता का भी सम्मान किया गया।
जिन्होंने अपना संस्मरण सुनाते हुए कहा कि तकरीबन 6 से 7 दशक बाद का विद्यार्थी जीवन मेरी 78 साल की उम्र में याद आ गया। कक्षा 9 की पढ़ाई के दौरान यहां बेहतर प्रदर्शन करने पर पहला पुरस्कार जीता था। अब शताब्दी वर्ष पर आयोजित हुए शिक्षक सम्मान समारोह के दौरान मेरे साथ तकरीबन 900 गुरुजनों को सम्मानित किया गया। इनमें सरकारी और निजी स्कूलों के शिक्षकों के साथ मेरे साथ पढ़ाई करने वाले साहित्यकार हरीश चंद भार्गव भी शामिल रहे। सभी शिक्षकों को आचार्य कुलचंद्र सुरीश्वर महाराज की ओर से आशीर्वाद दिया गया और ट्रस्ट कमेटी की ओर से उनका अभिवादन प्रतीक चिन्ह देकर किया गया। इस दौरान आचार्य कुलचंद्र सुरीश्वर महाराज ने शिक्षकों को नसीहत भी दी कि शिक्षक अकेले वेतनभोगी ही ना बने, कर्म भोगी भी बने, ताकि विद्यार्थियों का जीवन संवर सके।
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