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Shivpuri News : हाइवे किनारे 200 बीघा वन भूमि पर माफियाओं की नजर, काटे जा रहे जंगल, सड़क के दूसरी ओर विभाग लाखों खर्च कर 65 हेक्टर में करा रहा प्लांटेशन

शिवपुरी जिले के सतनबाड़ा वन परिक्षेत्र की बेशकीमती वन भूमि पर माफियाओं की नजरें गड़ी हुई हैं। एनएच-46 के किनारे स्थित नया गांव लिंक रोड के पास करीब 200 बीघा वन भूमि को कब्जाने की कोशिशें शुरू हो चुकी हैं। माफिया न केवल पेड़ों की अंधाधुंध कटाई कर रहे हैं, बल्कि जेसीबी और ट्रैक्टर की मदद से जमीन को समतल भी कर दिया गया है। इसके अलावा जमीन की बाउंड्री के लिए गड्ढे खोदने का काम भी शुरू कर दिया गया है।

ग्रामीण बोले - विभाग की मिलीभगत, विरोध करने पर धमकियां

नया गांव के ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग की मौन सहमति से यह अवैध कार्य हो रहा है। रामनिवास धाकड़ और दीपक धाकड़ जैसे ग्रामीणों ने बताया कि माफिया प्रतिदिन जेसीबी लेकर आ रहे हैं और जंगल के पेड़ों को काटकर जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। जब स्थानीय लोग इसका विरोध करते हैं तो उन्हें झूठे मामलों में फंसाने की धमकियां दी जाती हैं। ग्रामीणों ने बताया कि यह वन भूमि उनके मवेशियों के चारे के काम आती थी, लेकिन अब वह भी कब्जे में जा रही है।

आदिवासी के नाम का पट्टा बना कब्जे का रास्ता

ग्रामीण बताते हैं कि माफियाओं की नजर सर्वे क्रमांक 248, 250, 236, 237, 233 और 225 की वन भूमि पर है। ग्रामीणों ने बताया कि वर्षों पहले वन विभाग ने सर्वे नंबर 228, 230, 231, 232 और 227 की भूमि का पट्टा आदिवासी विजय पहली के नाम जारी किया था। लेकिन अब विजय पहली वर्षों से लापता है। जिंदा है या नहीं, यह किसी को नहीं पता। माफिया इसी स्थिति का फायदा उठाकर इस जमीन पर धीरे-धीरे कब्जा कर रहे हैं।

वन विभाग करवा रहा एक तरफ पौधारोपण, दूसरी तरफ हो रही कटाई - 

विरोधाभास की स्थिति यह है कि जिस रोड के एक तरफ माफिया पेड़ों की कटाई कर जमीन समतल कर रहे हैं, उसी रोड की दूसरी ओर वन विभाग करीब 65 हेक्टेयर में पौधारोपण का काम करवा रहा है, जिस पर लाखों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। ग्रामीणों ने सवाल उठाया है कि जब वन विभाग एक तरफ पौधे लगा रहा है तो वहीं पास में चल रही अवैध कटाई कैसे नजर नहीं आ रही। इससे विभागीय मिलीभगत की आशंका और भी गहराती जा रही है।

डीएफओ बोले - करेंगे कार्यवाही

इस पूरे मामले में जब डीएफओ सुधांशु यादव से बात की गई तो उन्होंने कहा कि "हर साल बारिश के मौसम में अलग-अलग क्षेत्रों से अतिक्रमण की शिकायतें मिलती हैं। वन विभाग लगातार कार्रवाई करता है। जिस क्षेत्र की बात की जा रही है, वहां भी टीम भेजकर निरीक्षण करवाया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।" उन्होंने यह भी कहा कि विभाग अब अतिक्रमण को रोकने की दिशा में सख्ती से काम कर रहा है।

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