अटल बिहारी वाजपेयी – भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी एवं प्रबंधन संस्थान (ABV–IIITM) ग्वालियर की वूमेन’स एसोसिएशन द्वारा इस वर्ष भी गणेशोत्सव का आयोजन अत्यंत भव्य और आध्यात्मिक वातावरण में किया गया। एमडीपी सेंटर परिसर में भगवान गणेश की प्रतिमा की स्थापना मंगल ध्वनियों, ढोल-नगाड़ों और पुष्पवर्षा के साथ की गई। पूरे परिसर में “गणपति बप्पा मोरया” और “मंगलमूर्ति मोरया” के जयकारों से वातावरण भक्तिमय हो उठा।
पूजा स्थल को इस वर्ष विशेष रूप से सजाया गया। रंग-बिरंगी विद्युत लाइटों, पुष्पमालाओं और कलात्मक सजावट से पूरा पंडाल जीवंत प्रतीत हो रहा था। गणपती जी का स्वागत करने हेतु प्रवेश द्वार पर सदस्यों द्वारा बनाई गई सुंदर रंगोली आकर्षण का केंद्र रही। इस आयोजन में सबकी भागीदारी से पारिवारिकता और आत्मीयता का भाव प्रकट हुआ।
वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच गणेश जी की आराधना, मंत्रजाप, आरती और हवन संपन्न हुआ। सभी उपस्थित सदस्यों ने श्रद्धा और आस्था के साथ पूजा में भाग लिया। इस अवसर पर गणपति को विभिन्न प्रकार की मिठाइयाँ, फल, मेवे, नारियल और मोदक अर्पित किए गए। भजनों और स्तुतियों ने पूरे वातावरण को और अधिक आध्यात्मिक बना दिया।
वूमेन’स एसोसिएशन की अध्यक्ष श्रीमती वंदना सिंह के नेतृत्व में सचिव श्रीमती माधुरी पटनायक और सदस्यगण — श्रीमती तुलिका श्रीवास्तव, रीना श्रीवास्तव, डॉ मनीषा पट्नायक, डॉ रितु तिवारी, डॉ अनुराज सिंह, जेंकिन सूजी, दीपा सिंह सिसोदिया, पलक चौधरी, गरिमा, ज्योती, शिप्रा, सुशमा, अम्रिता, रिचा, आरती एवं अन्य ने पूरे उत्साह के साथ आयोजन को सफल बनाया। संस्थान के अन्य सदस्यों, परिवारजनों और एमडीपी सेंटर के कर्मचारियों ने भी पूरे मन से इस आयोजन में भागीदारी की।
भावनात्मक रहा विसर्जन का क्षण
पूजा-अर्चना और सांस्कृतिक गतिविधियों के पश्चात गणपति विसर्जन संस्थान परिसर के एम डी पी सेंटर में मौजूद स्वच्छ जल कुंड विधिवत संपन्न हुआ। ढोल-नगाड़ों और गीत-संगीत के बीच गणपति जी को विदाई दी गई। इस भावुक क्षण में सभी की आँखें नम थीं, किंतु हृदय गणपति बप्पा के आशीर्वाद और सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण थे।
सकारात्मक ऊर्जा और सामूहिकता का संदेश
एसोसिएशन की अध्यक्ष श्रीमती वंदना सिंह के नेतृत्व ने इस आयोजन को एक विशेष ऊँचाई प्रदान की। उनकी दूरदृष्टि, सूक्ष्म योजना और सक्रिय भागीदारी ने पूरे कार्यक्रम को सुव्यवस्थित और यादगार बना दिया। उनके नेतृत्व में सभी सदस्यों ने सामूहिकता और सहयोग की भावना के साथ मिलकर कार्य किया। उन्होने इस अवसर पर कहा — “गणेशोत्सव न केवल आस्था और परंपरा का पर्व है, बल्कि यह हमें एकजुट होकर समाज और संस्थान परिवार में आपसी सहयोग, सद्भावना और सकारात्मक ऊर्जा का संदेश भी देता है।
उन्होने सभी सदस्यों का अभिवादन किया, यह उनका सकारात्मक दृष्टिकोण और प्रेरणादायी नेतृत्व ही है जिसने पिछ्ले वर्षो के समान इस वर्ष के गणेशोत्सव को और अधिक भव्य, सुसंगठित और सफल बनाया। उनकी पहल पर इस बार सजावट में स्थानीय शिल्प, पर्यावरण–अनुकूल सामग्री और पारंपरिक कला का विशेष समावेश किया गया। इससे न केवल आयोजन सौंदर्यपूर्ण बना, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश भी उजागर हुआ।
समारोह का समापन प्रसाद वितरण के साथ हुआ। प्रसाद को संस्थान के सभी कर्मचारियों, सुरक्षा कर्मियों और उपस्थित जनों में वितरित किया गया। कार्यक्रम के अंत में सभी ने यह अनुभव किया कि गणेशोत्सव केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सामूहिकता, आनंद और नई ऊर्जा का उत्सव है। सभी ने श्रद्धाभावपूर्वक इस पावन पर्व पर सम्मिलित होकर गणपति बप्पा का आशीर्वाद प्राप्त कर सुखदायी अनुभूति का अनुभव किया। उक्त जानकारी संस्थान की मीडिया प्रभारी दीपा सिंह सिसोदिया के द्वारा दी गयी।
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