Music

BRACKING

Loading...

मुठभेड़ के दौरान चकमा देकर भागा बदमाश भी 35 हजार का इनामी


श्योपुर. गसवानी थाना क्षेत्र में पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ के दौरान बचकर भागा बदमाश अभी पकड़ा नहीं गया है। जिले की पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश में जुटी हुई है। फरारी बदमाश उपई यादव भी 35 हजार रुपए का इनामी है। उसके ऊपर भी लूट, हत्या सहित अन्य कई धाराओं में मामले दर्ज हैं।
एसपी नगेन्द्र सिंह ने बताया कि डकैत रामसेवक यादव का बचकर भागा साथी डकैत उपई यादव शिवपुरी जिले के तेंदुआ थाना क्षेत्र के ग्राम रुहाना गांव का निवासी है। उपई का श्योपुर, मुरैना और शिवपुरी जिले सहित राजस्थान के बारां जिले में आतंक था। यहां उपई यादव ने अपने साथियों के साथ लूट, हत्या, अपहरण सहित अन्य कई घटनाओं को अंजाम दिया। उपई यादव पर आईजी ग्वालियर रेंज द्वारा 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है, वहीं राजस्थान के कोटा आईजी द्वारा भी 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया हुआ है।

गिरोह के संरक्षणदाताओं को भी खोज रही पुलिस
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पुलिस जहां उपई यादव सहित उसकी गैंग के शेष सदस्यों की तलाश कर रही है। वहीं इस गैंग को संरक्षण देने वाले संरक्षणदाताओं को भी ढूंढ रही है। पुलिस का कहना है कि बदमाश गिरोह को कई लोगों ने न सिर्फ संरक्षण दिया था, बल्कि बदमाशों के लिए यहां रुकने के दौरान खाने-पीने का इंतजाम भी किया था।

45 हजार के इनामी को पुलिस ने भेजा जेल
मुठभेड़ के दौरान दबोचे गए 45 हजार रुपए के इनामी डकैत रामसेवक यादव को पुलिस ने शनिवार की शाम को न्यायालय में पेश कर दिया। बताया गया है कि न्यायालय द्वारा डकैत को जेल भेज दिया गया। जेल प्रशासन ने रामसेवक के पैर में गोली लगे होने के कारण उसे अपनी देखरेख में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

लोकल के नेता भी मतदाताओं को धमकाने बुलाते थे बदमाशों को
बताया गया है कि चुनावी मौसम में स्थानीय नेता इन बदमाशों को आदिवासी समाज के मतदाताओं को धमकाने के लिए बुलाते थे, ताकि आदिवासी समाज के लोग उनके पक्ष में वोट डाल सकें। बदमाशों को मतदाताओं को धमकाने के बदले स्थानीय नेता मोटी रकम भी देते थे। एसपी नगेन्द्र सिंह का कहना है कि ऐसी सूचनाएं हमें भी मिली हैं। इसलिए इन बदमाशों को बुलाने वाले लोकल के नेताओं का भी पता करवाया जा रहा है।
बचकर भागा डकैत उपई अभी पकड़ा नहीं गया है, मगर उपई सहित उसके सार्थियों की तलाश की जा रही है। इस गिरोह के संरक्षणदाता बने लोगों को भी ढूंढा जा रहा है। संरक्षणदाताओं के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी।
नगेन्द्र सिंह, एसपी, श्योपुर