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आधा घंटे में खत्म हुई परिषद की आखिरी बैठक जानिए क्या हुआ l shivpuri news


शिवपुरी. नगरपालिका परिषद के खत्म होते कार्यकाल की आखिरी बैठक सोमवार को नपा के सभाकक्ष में आयोजित 
की गई, जिसमें आरोप-प्रत्यारोप का ऐसा दौर चला कि महज आधा घंटे में ही इसे खत्म करके नपाध्यक्ष व अन्य बाहर आ गए। हालांकि इस दौरान पार्षद सहित नपा उपाध्यक्ष ने पीआईसी में पास किए मुद्दों में न केवल भ्रष्टाचार के मामले उजागर किए, बल्कि यहां तक कहा कि हम इस एजेंडे को पास नहीं करेंगे, क्योंकि हमें बाद में जेल नहीं जाना। इधर परिषद की बैठक खत्म हुई, वहीं दूसरी ओर पार्षद व ठेकेदार अपनी-अपनी फाइल लेकर कम्युनिटी हॉल के पास प्रधानमंत्री आवास के ऑफिस में नपा सीएमओ से दस्तखत कराने के लिए जा पहुंचे। महत्वपूर्ण बात यह है कि एजेंडे में जिन 9.95 करोड़ के काम कराने के प्रस्ताव इसमें शामिल किए, उन पर यह कहते हुए आपत्ति लगाई कि जब कार्यकाल खत्म होने के बाद प्रशासक को ही बैठना है, तो काम भी वे ही करवाएंगे।
नपा परिषद में हुई बैठक की लाइव रिपोर्ट
बैठक सुबह 11 बजे की जगह 11.30 बजे बैठक राष्ट्रगान के साथ शुरू हुई। सीएमओ केके पटेरिया ने जैसे ही एजेंडे पर बात करनी चाही तो पार्षद आकाश शर्मा ने कहा कि हम आखिरी बैठक कर रहे हैं, नपा के कर्मचारी-अधिकारी कहां हैं?। सीएमओ ने सब इंजीनियर व एई के अवकाश पर जाने के कारण गिना दिए। आकाश ने वहां मौजूद जनप्रतिनिधि व अधिकारी-कर्मचारियों से पूछा कि जिस परिषद का कार्यकाल खत्म हो रहा है, यह कौन सी परिषद है?, इस सवाल का जवाब कोई नहीं दे पाया। आकाश ने कहा कि एजेंडे में 28 नंबर बिंदु पर पीआईसी के कामों को स्वीकृति का है, जिसमें हमें पता ही नहीं है कि कौन से काले-पीले काम हो गए, इसलिए हम तो परिषद के बाद जेल नहीं जाएंगे। इस बात पर अन्य पार्षदों ने भी सहमति जताई।
नपा उपाध्यक्ष अनिल शर्मा ने कहा कि पीआईसी में कौन से काम पास किए गए हैं, जब तक उसकी जानकारी नहीं होगी तो हम कैसे इस पर सहमति देंगे?। सीएमओ ने कहा कि मैंने पूर्व में भी निर्देश दिए थे कि पीआईसी की बैठकों में स्वीकृत हुए सभी कार्यों के प्रस्ताव पार्षदों को बांटे जाएं। भाजपा पार्षद भानू दुबे ने सीएमओ से पूछा कि पीआईसी की बैठकें कहां हुईं?, इस पर सीएमओ ने कहा कि नपा में अध्यक्ष के ऑफिस में हुईं, तो भानू ने कहा कि सीसीटीवी रिकॉर्डिंग में पता चल जाएगा कि बैठकें कहां की गईं, हमें सब पता है।
एजेंडे में शामिल 9.95 करोड़ के प्रस्ताव पर हुई बहस
सोमवार की बैठक के एजेंडे में विभिन्न कार्यों के लिए 9.95 करोड़ रुपए के कामों की प्रशासकीय स्वीकृति के बिंदु शामिल किए गए थे। उपाध्यक्ष ने कहा कि जब हम 5 साल में कोई विकास नहीं कर पाए तो फिर यह 6 दिन में 10 करोड़ के प्रस्ताव पास क्यों कराए जा रहे हैं?। परिषद का कार्यकाल खत्म होने के बाद जो भी प्रशासक बैठेगा उसे प्रशासकीय स्वीकृति के भी अधिकार होंगे। तो फिर इस बैठक में इन्हें प्रशासकीय स्वीकृति के लिए एजेंडे में क्यों शामिल किया गया।
सीएमओ ने इस बात का समर्थन करते हुए कहा कि मैंने भी मना किया था कि इन कार्यों को एजेंडे में शामिल न करें, लेकिन फिर भी इन मुद्दों को इसमें शामिल कर लिया गया। उपाध्यक्ष व सीएमओ की बात सुनकर नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह ने कहा कि मैं भी नहीं चाहता था, लेकिन कर्मचारियों ने इन मुद्दों को शामिल कर लिया।
पीआईसी के कुछ भ्रष्टाचार उपाध्यक्ष ने किए उजागर
नपा उपाध्यक्ष ने कहा कि हम भी यह नहीं कह रहे कि पीआईसी में सभी गलत काम स्वीकृत किए गए, उनमें कुछ जनहित के भी हैं। फिर उपाध्यक्ष ने पीआईसी में हुई घोटालों में मनियर तालाब की खुदाई, शहर में नाला सफाई, बिजली व्यवस्था के लिए की गई खरीदी में भ्रष्टाचार किया गया। ऐसे ही इतने घोटाले हैं कि यदि मैं बताना शुरू करूंगा तो बहुत समय लगेगा।