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एचआईवी से बचाव के लिये जरूरी है जागरूकता

एआईजीजीपीए में व्याख्यान-माला में यूएन एड्स के एडवाइजर श्री मालवीय

 

 

एचआईवी की जाँच के लिये जागरूकता जरूरी है। इसे छिपाने पर यह महामारी का रूप ले सकती है। यूएन एड्स के सीनियर रीजनल एडवाइजर ईस्टर्न एण्ड साउथ अफ्रीका श्री अलंकार मालवीय ने अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान (एआईजीजीपीए) में व्याख्यान-माला 'असरदार परिवर्तन-टिकाऊ परिणाम'' में 'एचआईवी चेलेंजेस एण्ड रिस्पांस इन अफ्रीका'' विषय पर विचार व्यक्त करते हुए यह बात कही। संस्थान के महानिदेशक श्री आर. परशुराम ने भी विचार व्यक्त किये।
श्री मालवीय ने बताया कि साउथ अफ्रीका में लगभग 400 नए लोगों को एचआईवी संक्रमण प्रति सप्ताह हो जाता है। श्री मालवीय ने दक्षिण अफ्रीका के लेसेथो और स्वाजीलैण्ड में एड्स की गंभीर स्थिति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सेक्स वर्कर्स का नियमित रूप से एचआईवी टेस्ट होना चहिए।
श्री मालवीय ने बताया कि इस रोग के फैलने के मुख्य कारण सेक्स वर्कर, ड्रग इंजेक्शन और समलैंगिक संबध हैं। उन्होंने बताया कि भारत में एड्स से बचाव और उसके उपचार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। दक्षिण अफ्रीका में अभी इस क्षेत्र में बहुत काम करने की जरूरत है।
इस दौरान मुख्य सलाहकार श्री एम.एम. उपाध्याय एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।