प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कोटा से शिवपुरी पंहुचे, बच्चों से वीडियो कॉल के माध्यम से
बात की।
उन्होंने बच्चों का हाल-चाल जाना और पूछा कि किसी बच्चे को कोई समस्या तो नहीं है। उन्होंने कहा सभी सकुशल अपने
घर पहुंचे और 14 दिन होम क्वारंटाइन में रहें। राजस्थान के कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे प्रदेश के छात्र छात्राओं को उनके घर पहुंचाने के लिए प्रदेश
सरकार द्वारा व्यवस्था की गई। लगभग डेढ़ सौ बसें बच्चों को लाने के लिए कोटा भेजी गई थी और कल दोपहर कोटा नाके
पर सभी बच्चे सकुशल पंहुचे। इनमें प्रदेश के 11 जिलों के लगभग 1400 बच्चे और उनके परिजन वापिस लाए गए हैं। कोटा
नाका पहुंचने पर यहाँ पहले बच्चों की स्क्रीनिंग की गई। उनका नाम, पता आदि जानकारी दर्ज की गयी और फिर उन्हें घर के
लिए रवाना किया गया। सभी को 14 दिन तक होम क्वॉरेंटाइन में रहने की सलाह दी गई।
शिवपुरी जिला प्रशासन द्वारा बच्चों को लाने के लिए चाक चौबंद व्यवस्थाएँ की गई। बच्चों के लिए शिवपुरी कोटा नाका
पर ही खाने -पीने की व्यवस्था की गई और बच्चों को फल और खाने के पैकेट भी उपलब्ध कराए गए।
कोटा से शिवपुरी कोटा नाका पहुंचे हजारों बच्चों को उनके घर पहुंचाया गया। शिवपुरी सहित 11 जिलों के लिए बच्चों को
बसों से रवाना किया गया। जिसमें रीवा ,सीधी, सिंगरौली, सतना, पन्ना, ग्वालियर, दतिया, भिंड, टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर जिले शामिल हैं।
कोटा से शिवपुरी आने वाले बच्चों में 57 बच्चे शिवपुरी जिले के थे। जिसमें शिवपुरी शहर के 32 बैराड़ के 7, बदरवास 6, पोहरी 6,
करैरा 5 और पिछोर से एक बच्चा था। इन सभी छात्र-छात्राओं को बसों से उनके घर पहुंचाया गया और 14 दिन होम क्वारंटाइन में रहने
की समझाइश भी दी गई।
शिवपुरी पहुंचकर बच्चों ने सभी व्यवस्थाओं के लिए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का धन्यवाद दिया और कहा हम अच्छी
तरह वापस आ गए हैं। इसके लिए हम मामाजी का धन्यवाद करते हैं। उन्होंने कहा थैंक्यू मामाजी।कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने
कोटा नाका पहुंचकर व्यवस्था देखी कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने दोपहर से ही कोटा नाका पहुंचकर सभी व्यवस्थाएँ देखीं
। उन्होंने बच्चों से चर्चा की और कहा सभी एंट्री कराने
के बाद अपने अपने जिले जाने वाली बसों में ही बैठे।
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