Music

BRACKING

Loading...

कोविड सेंटर में सीएम की सेवा में जुटे थे इतने लोग, किया था आम व्यक्ति की तरह इलाज कराने का दावा

By: Mahendra Singh soalnki

|

Published: 05 Aug 2020, 08:50 PM IST

अस्पताल से डिस्चार्ज होते समय सीएम ने कोविड सेंटर के उन चिकित्सकों और कर्मचारियों के साथ ग्रुप फोटो खिंचवाया, जिन्होंने बीते 10 दिन जी जान से सीएम को दौबारा स्वस्थ करने के लिए उनकी देखभाल की। हालांकि, सीएम ने एक आम व्यक्ति की तरह इलाज कराने का दावा किया था।

भोपाल/ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आखिरकार कोरोना महामारी से जंग जीत ली है। बुधवार को राजधानी भोपाल स्थित कोविड सेंटर चिरायु अस्पताल से उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। हालांकि, अब अगले 7 दिन सीएम को अपने घर पर ही क्वारंटीन रहना होगा। अस्पताल से डिस्चार्ज होते समय सीएम ने कोविड सेंटर के उन चिकित्सकों और कर्मचारियों के साथ ग्रुप फोटो खिंचवाया, जिन्होंने बीते 10 दिन जी जान से सीएम को दौबारा स्वस्थ करने के लिए उनकी देखभाल की। फोटो में इनकी संख्या 40 से अधिक है।

 

पढ़ें ये खास खबर- मध्य प्रदेश ने की बासमती चावल के लिए GI टैगिंग की मांग, विरोध में उतरा पंजाब

शिवराज सिंह ने कहा था किसी आम व्यक्ति की तरह कराउंगा इलाज

सीएम शिवराज की जब पहली रिपोर्ट पॉजिटिव आई, तो वो उपचार के लिए कोविड सेंटर रवाना हुए, इस दौरान उन्होंने खुद कहा था कि, वो अस्पताल में एक आम मरीज की तरह इलाज करवाएंगे, हालांकि सीएम अगर इस तरह का बयान न भी देते, तो किसी को आप्त्त नहीं थी, लेकिन भर्ती होने के दूसरे दिन ही उनके कमरे में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की व्यवस्था थी। स्टाफ उनकी गतिविधियों की वीडियोग्राफी कर रहा था, जिसे लगातारा सोशल मीडिया पर वायरल किया जाता रहा। वीडियो में उनके वार्ड में आसपास के सभी बिस्तर खाली थे। हालांकि, अब तक चिरायु से उपचार कराकर लौटने वाले किसी भी सामान्य मरीज को ऐसी व्यवस्थाएं नहीं मिलीं है।

news

शिवराज की सेवा में लगे रहे अस्पताल के 40 से ज्यादा लोग

लोग इसे प्रोटोकॉल कहें या VVIP ट्रीटमेंट लेकिन, इसमें आम आदमी जैसा तो कुछ भी ट्रीटमेंट देखने को नहीं मिला। सीएम ने खुद ट्वीट करके इस संबंध में जानकारी दी कि, फोटो में मौजूद डॉक्टर और नर्सों की टीम ने अस्पताल में उनका ध्यान रखा। इसे विदा होते समय अस्पताल कर्मचारियों के साथ ग्रुप फोटोग्राफ नहीं कह सकते, क्योंकि चिरायु अस्पताल में कर्मचारियों की संख्या 400 से ज्यादा है, जबकि फोटो में सिर्फ करीब 40 लोग ही दिखाई दे रहे हैं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ