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बैंक ने न हस्ताक्षर मिलाए न पेन कार्ड, फर्जी विड्रोल पर दूसरे के खाते से दे दिए 72 हजार


शिवपुरी/पिछोर. भारतीय स्टेट बैंक चंदेरी रोड की शाखा से एक उपभोक्ता के खाते से बिना विड्रोल फार्म भरे और पेन नंबर लगाए 72 हजार रुपए निकाल लिए गए। उपभोक्ता के हस्ताक्षर मिलाए बिना बैंककर्मियों ने भुगतान कैसे कर दिया, यह सवाल बैंककर्मियों को भी इस मामले में संदेह के घेरे में खड़ा कर रहा है। वहीं पीडि़त उपभोक्ता ने बताया कि जब उसने मामले की शिकायत बैंक प्रबंधक को की तो उन्होंने कोई सुनवाई नहीं की और मुझे गार्ड के माध्यम से बैंक से बाहर निकलवा दिया। इसके बाद पीडि़त उपभोक्ता ने थाने में आवेदन देकर मामले की शिकायत दर्ज कराई है।

पिछोर की एसबीआई शाखा के खाताधारी हनुमंत सिंह लोधी पुत्र नारायण लोधी निवासी बड़ेरा के खाते से 72 हज़ार रुपए फर्जी तरीके से विड्रोल द्वारा निकाले जाने का मामला सामने आया है। जिसमें खाताधारी न बैंक में गया और न ही कोई विड्रोल भर कर दिया, बावजूद इसके उसके खाते से इतनी बड़ी राशि निकाल ली गई। हनुमंत सिंह ने अपनी पाई-पाई जोडकऱ खाते में राशि जमा की। मंगलवार को जब वह अपने खाते से पैसे निकालने एसबीआई पिछोर पहुंचा तो उसके खाते में महज 400 रुपए ही मौजूद थे। घबराकर उसने खाते की डिटेल निकलवाई तो पता चला कि 11 फरवरी को उसके नाम से भरे विड्रोल से 72 हजार रुपए निकाल लिए गए, जिस पर उसी के फर्जी हस्ताक्षर मौजूद थे, जो उसके खाते में मौजूद हस्ताक्षर से अलग थे।

बैंक के नियमानुसार 50 हजार रुपए से अधिक की राशि विड्रोल से आहरण करने पर उपभोक्ता का पेन नंबर देना आवश्यक होता है। चौंकाने वाली बात यह है कि हनुमंत ने अपना पेनकार्ड बनवाया ही नहीं है, लेकिन उसके खाते से 72 हजार रुपए की राशि निकालने वाले ने विड्रोल के साथ फर्जी पेन तथा आधार नंबर भी लिखे हैं। परेशान हनुमंत सिंह ने बताया कि जब मैंने बैंक के शाखा प्रबंधक ललित महावर से मामले की शिकायत की तो उन्होंने कहा कि उक्त राशि तुम ही ने निकाली है, अब हम कुछ नहीं कर सकते। इतना ही नहीं उन्होंने बैंक के गार्डों से बाहर निकलवा दिया। राशि गंवा चुके खाताधारी ने पिछोर थाने में आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई है, जबकि बैंक के कर्मचारी उसकी एक भी सुनने को तैयार नहीं हैं। खाताधारी के अनुसार उसके खाते की केवाईसी नहीं की गई, हां कागज जरूर कई बार दे गया, पेन नंबर उसने बनवाया नहीं, इसके अलावा विड्रोल के हस्ताक्षर को भी बैंक कर्मचारियों ने क्यों नहीं मिलान किया, यह अपने आपमें बड़ा सवाल है।

बैंक में एक उपभोक्ता के खाते से 72 हजार रुपए की राशि किसी दूसरे व्यक्ति द्वारा निकाले जाने की शिकायत आई है। हम उस आवेदन की जांच करने के बाद हम अग्रिम कार्रवाई करेंगे।
अजय भार्गव, टीआई पिछोर

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