(बिर्रा में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के द्वितीय दिवस की कथा में संगीत और भागवत श्लोक पर विस्तार से वर्णन)
*✍बिर्रा-श्री बमभोले रामलीला मंडली में आयोजित संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के द्वितीय दिवस व्यासपीठ पर विराजमान कथावाचक पं.बिनोद कुमार दुबे ने बताया कि संगीत और श्रीमद्भागवत कथा का श्लोक मन को पवित्र करता है इसलिए बीच- बीच में संगीत को महत्व दिया जाता है।आज की कथा में परीक्षित जन्म की कथा पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने जडभरत की कथा का विस्तार से वर्णन किया।आज कथा श्रवण करने वाले रेवती रमण सिंह, मुकेश कश्यप, विरेन्द्र दुबे, मनोज कुमार तिवारी, जितेन्द्र तिवारी, अर्जुन पांडेय,प्रधीण कुमार तिवारी, श्रवणकुमार कश्यप,आर के तिवारी,श्यामसुंदर वैष्णव, अभिराम कश्यप,आर्मी महराज, राजकुमार कश्यप, दिनेश थवाईत, लखनलाल देवांगन, रामकुमार, गोवर्धन,संजय,नेतराम,शशि, नंदलाल श्रीवास,गाडाराय साहू,भागवत पांडेय,सम्मेलाल यादव सहित श्री बमभोले रामलीला मंडली के आयोजक बंधु उपस्थित थे।*
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