कलेक्टर एवं नगर पालिका के प्रशासक लाक्षाकार ने कहा कि पुलिस विभाग के अधिकारियों में नेगेटेविटी रहती है, क्यों कि पुलिस विभाग में लोगों की शिकायतों पर शिकायत आती रहती है। लेकिन राहुल लोढ़ा इसके उल्टे हैं वे काम से काम रखते थे, इस कारण उनमें नेगेटेविटी की जगह पोजीविलिटी दिखाई देती थी। उन्होंंने हंसी-ठिठोली के साथ-साथ राहुल लोढ़ा की काफी प्रशंसा भी की।
गुना कलेक्टर जैसा अधिकारी मुझे कहीं नहीं मिला
निर्वतमान एसपी राहुल लोढ़ा ने अपने संबोधन में कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि मैं मंडला, भोपाल और गुना में रहा किन्तु गुना कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार जैसा अधिकारी मुझे कहीं नहीं मिला। वेस्ट अधिकारी, समन्वय, वेस्ट पर्सनल मेटेंन करने वाला और प्रोफेशनल चीजें किस तरह गोपनीय रखी जाती हैं, ये जानने वाला व्यक्ति कोई है तो कलेक्टर साहब हैं। उनका कहना था कि मेरे एक वर्ष के कार्यकाल में मैंने जो कुछ कलेक्टर से मांगा, उन्होंने कभी मना नहीं किया। राहुल लोढ़ा ने कलेक्टर को फोरेसियल लीडर कहकर यह कहा कि कलेक्टर साहब घर पर रहते हैं तो संस्कृत में बातें करते हैं उनके बारे में मैं जितना भी कहूं, वह बहुत कम हैं।
0 टिप्पणियाँ