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अव्यवस्थाओं के बीच आज से होगी गेहूं की सरकारी खरीदी


डबरा. शासन स्तर पर 15 अप्रैल से समर्थन मूल्य पर गेहूं की सरकारी खरीदी शुरू होने जा रही है। डबरा-भितरवार क्षेत्र में न तो खरीदी केन्द्र पर संस्था के कांटे लगे है और न ही बैनर। हालांकि अभी कोई तैयारी नहीं दिख रही है। स्थानीय प्रशासन के मुताबिक गेहूं की कटाई का कार्य प्रभावित हुआ इसलिए इस बार देरी से खरीदी शुरू होगी। वहीं खरीदी के लिए संस्था केन्द्र निर्धारित करने के साथ इनके पंजीयन भी कर दिए गए है लेकिन इनकी खरीदी को लेकर कोई रूचि नहीं दिख रही है। इधर, गेहूं खरीदी को लेकर एसडीएम ने भी अधिकारियों की बैठक लेकर दिशा निर्देश दिए।
खरीदी केन्द्रों की संख्या बढ़ाई
इस बार पिछले साल की तुलना में सात अतिरिक्त खरीदी केन्द्र बनाए गए है ताकि किसानों को अधिक से अधिक केन्द्रों पर बांटा जा सके और भीड़ को भी नियंत्रित किया जा सके। डबरा में 22 खरीदी केन्द्र बनाए गए है जबकि पिछले वर्ष 15 खीदी केन्द्र बनाए गए थे। इस बार दोनों ब्लॉक में गेहूं की बम्पर पैदावार हुई है।
संस्थाओं ने नहीं लगाए तौलकांटे
अभी तक दोनों ब्लॉकों में खरीद केन्द्र संस्था के कांटे नहीं लगे है। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वेयर हाउस में कितनी संस्थाओं के कांटे लगाए जाएंगे। साथ ही कितनी संस्थाएं कैसे खरीदी करेंगी यह भी तय नहीं है। ऐसे में खरीदी कार्य में अभी समय और लग सकता है।
15880 किसानों का पंजीयन
गेहूं की सरकारी खरीदी के लिए डबरा में 8480 किसानों के पंजीयन हुए है और भितरवार में करीब 7400 किसानों ने पंजीयन कराए हैं। यह किसान अपनी उपज निर्धारित केन्द्र पर बेच सकेंगे।
कंपाइन मशीन की कमी, कटाई प्रभावित
इधर, कंपाइन मशीन की कमी के कारण कटाई कार्य प्रभावित है। जिससे अभी तक 25 फीसदी ही कटाई हो पाई है। दरअसल मजदूर भी नहीं मिल रहे है ऐसे में किसान अब पूरी तरह से कंपाइन मशीन से कटाई पर निर्भर है। पंजाब से कंपाइन मशीन किराए से मंगाई जाती है लेकिन लॉकडाउन होने सेे पंजाब से भी लोग नहीं आ रहे है जिस कारण कटाई कार्य प्रभावित है।
'इस संबंध में बैठक हो रही है। खरीदी केन्द्र निर्धारित कर दिए गए है। इस बार 22 खरीदी केन्द्र संस्थाएं बनाई है। शासन के आदेश के पालन में किसानों को अधिक से अधिक बांटा जाना है इसलिए ज्यादा खरीदी केन्द्र बनाए गए है ताकि सोशल डिस्टेंस का भी पालन हो सके। जल्द की कांटे लगाए जाएंगे प्रयास रहेगा कि एक- दो दिन में खरीदी शुरू हो सके।'
पंकज करोलिया, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी, डबरा

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