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नाट्य विद्यालय में शुरू हुईं समानांतर कक्षाएं, नए सत्र के साथ पुराने सत्र का बकाया प्रशिक्षण भी जारी

  


भोपाल राजधानी भोपाल में स्थि‍त मध्य प्रदेश नाट्य विद्यालय में एक दिसंबर से नये सत्र 2020-21 की कक्षाएं आरंभ हो गई हैं, जबकि सत्र 2019-20 की बकाया कक्षाएं गत 20 नवंबर से संचालित हैं। इस प्रकार देरी से सही, लेकिन नाट्य विद्यालय कोरोना काल में प्रत्यक्ष रूप से चयन प्रक्रिया पूरी कर सत्र प्रारंभ करने वाला देश का पहला कला संस्थान बन गया है। एक ओर जहां देशभर में स्कूल-कॉलेज बंद हैं, वहीं नाट्य विद्यालय में प्रत्यक्ष रूप से प्रशिक्षण शुरू करना अपने आप में बड़ी बात है। स्कूल के निदेशक आलोक चटर्जी ने बताया कि नए और पुराने सत्र की कक्षाएं एक साथ समानांतर चलेंगी। नए प्रवेशित विद्यार्थियों को शुरू में केरल के विनोद करंगल कलारीपयट्टू का प्रशिक्षण देंगे। वहीं पुराने सत्र के विद्यार्थियों को अतिथि व्याख्याता मुंबई के एक्शन निर्देशक परवेज खान फिल्मी स्टंट सिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि महामारी के इस दौर में यह कार्य चुनौतीपूर्ण है। हमें अतिरिक्त सतर्कता और ऐहतियात के साथ कार्य करना पड़ रहा है।


ऐसे बना संयोग : कोरोना संक्रमण की वजह से इस साल ऐसा संयोग बना है कि दोनों सत्र की कक्षाएं समानांतर रूप से एक साथ चलेंगी। दरअसल, मार्च में जब महामारी की वजह से सभी गतिविधियां थमीं तो नाट्य विद्यालय भी बंद हो गया। तब सत्र 2019-20 के विद्यार्थियों का चार माह का कोर्स बकाया था। बाद में जब स्कूल प्रबंधन ने स्थितियों को देखते हुए विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन देना चाहा तो विद्यार्थियों ने लेने से मना कर दिया। परफॉर्मिंग आर्ट होने की वजह से ऑनलाइन अध्यापन संभव नहीं था। इस कारण लंबी जद्दोजहद के बाद संस्कृति विभाग ने तय किया कि बकाया चार माह की कक्षाएं लगा कर डिप्लोमा पूरा कराया जाए। इस वजह से फरवरी तक उन्हें नाट्य विद्यालय में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसी बीच जून माह में नाट्य विद्यालय लिटिल बैले ट्रुप से स्थानांतरित होकर मुल्ला रमूजी संस्कृति भवन, बाणगंगा में शिफ्ट हो गया।

आठ माह की देरी- हर साल नाट्य विद्यालय में मई-जून में प्रवेश प्रक्रिया पूरी कर जुलाई से सत्रारंभ हो जाता था, लेकिन इस वर्ष कोरोना संक्रमण की वजह से सत्र आठ माह की देरी से चल रहा है। ऑनलाइन आवेदन बुलाने के बाद अनलॉक होने पर गत अक्टूबर माह में कार्यशाला के माध्यम से विद्यार्थियों का चयन कर शीघ्र ही चयन सूची जारी कर दी गई थी और अब कक्षाएं प्रारंभ हो गई हैं। उल्लेखनीय है कि नाट्य विद्यालय में ड्रामा का एक वर्षीय डिप्लोमा प्रशिक्षण दिया जाता है। यहां 46 सीटों पर देशभर के युवा कलाकार प्रवेश लेते हैं।

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