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नर्सों की मांग: कोरोना से मृत नर्सिंग स्टाफ के परिजन को जल्द अनुकंपा नियुक्ति दो

 


शिवपुरी मेडिकल कॉलेज के सामने एबी रोड पर 30 मिनट तक नर्सों ने अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार को प्रदर्शन किया। खास बात यह रही कि प्रदर्शन के दौरान नर्सों ने जमकर नारेबाजी की और सरकार पर आरोप लगाया कि निश्चित समय अवधि पूरी होने के बाद भी मांग को पूरा नहीं किया जा रहा।

खास बात यह है कि मेडिकल कॉलेज की 90 नर्सों ने दावा किया है कि अब शनिवार से उनका प्रदर्शन और उग्र होगा, जिसमें जिला चिकित्सालय की नर्स भी शामिल होकर विरोध जताएगी। इससे जहां जिला चिकित्सालय की ओपीडी प्रभावित होगी, वहीं स्वास्थ्य सुविधाएं चर मरा जाएंगी।

दरअसल पिछले 3 दिनों से नर्सेज एसोसिएशन द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी कर मेडिकल कॉलेज के बाहर प्रदर्शन किया जा रहा है। गुरुवार से इन्होंने हाथों में काली पट्टी बांधकर विरोध जताना शुरू कर दिया।और इससे पहले अपनी मांगों के समर्थन में एक ज्ञापन डीन को देकर चेतावनी भी दे चुकी है कि यदि हमारी मांगे नहीं मानी गई तो फिर हमें सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करने मजबूर होना पड़ेगा।

नर्सेज एसोसिएशन की जिला अध्यक्ष इरम सुल्ताना ने बताया कि कोविड -19 महामारी में सबसे ज्यादा फ्रंटलाइन वर्कर हमारी नर्सेस बहने रही। अपनी जान की परवाह ना करते हुए उन्होंने देश पर आए संकट में अपना पूरा योगदान दिया। इरम का कहना था कि अगर हम नर्सेस की मांगे नहीं मानी तो शिवपुरी सहित मध्य प्रदेश की समस्त नर्सें अनिश्चितकालीन हडताल पर चली जाएगी।

प्रदर्शन में यह रही शामिल

इस अवसर पर जिला अध्‍यक्ष इरम सुल्ताना, उपाध्यक्ष अंजुलता राय, प्रियंका शुक्ला ,सचिव शीना राठौर, रेखा बरिवै, सहसचिव ज्योति दुबे मिश्रा, कोषाध्यक्ष राखी दुबे, मीना प्रजापत, मीडिया प्रभारी इंदु चौधरी, पूजा यादव, संगठन सचिव भानूप्रिया खेडे, अंजली झारिया, अर्चना कुशवाह, कार्यकारिणी अध्यक्ष बीना जोसफ, मेरी अंजिता कुजुर , कार्यकारिणी सदस्य संजू राजौरा, सपना तोमर, ज्योति ग्रेस, प्रीतम शर्मा, प्रभा पाटिल, नेहा ठाकरे, संगीता शाक्य, दीपिका ,ज्योतिष वर्मा उपस्थित रही।

संशोधन करते हुए 70%, 80% और 90% का नियम हटाया जाए

  • कोरोना काल मे शहीद हुए नर्सिंग स्टाफ के परिजन को अनुकंपा नियुक्ति देने के साथ 15 अगस्त को राष्ट्रीय कोरोना योद्धा अवार्ड से सम्मानित किया जाए। यदि सरकार ऐसा नहीं करती तो फिर नर्सिंग एसोसिएशन विरोध प्रदर्शन करते हुए और उग्र आंदोलन करेगी
  • शासन स्तर पर जितनी भी घोषणा की गई उन पर अमल नही किया गया। कोविड -19 में अग्रिम दो वेतन वृद्धि का लाभ वेतन मे लगाया जाए। 2018 के आदेश भर्ती नियमों में संशोधन करते हुए 70% , 80% एवम 90% का नियम हटाया जाए और प्रतिनियुक्ति समापन कर स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरु की जाए।
  • सरकारी कॉलेज मे सेवारत रहते हुए नर्सेस को उच्च‍ शिक्षा के लिए आयु बंधन हटाया जाए। मेल नर्स को समान अवसर दिया जाए।
  • कोरोना काल मे अस्थायी भर्ती नर्सेस को नियमित किया जाए और प्राइवेट कम्पनी से लगाई गई नर्सेस को भी उनकी योग्यता के अनुसार नियमित किया जाए।
  • उच्च्य स्तरीय वेतनमान सेकंड ग्रेड अन्य राज्यों की तरह मध्य प्रदेश मे कार्यरत नर्सेस को मिले।
  • पुरानी पेंशन योजना लागू हो।
  • नर्सेस को एक ही विभाग मे समान कार्य के लिए समान वेतनमान दिया जाए ।
  • लंबित पदोन्नति को शुरु करें।
  • नर्सेस को डेजिगनेशन प्रमोशन दिया जाए।
  • स्वशासी मे पदस्थ नर्सें को 7 वे कमीशन का लाभ सन 2016 से दिया जाए।
  • शासकीय नर्सिंग कोलेज,स्कूल मे अध्ययनरत छात्राओं को कलेक्ट्रेट डर पर मानदेय दिया जाए।लगभग 18000 रुपये प्रतिमाह ।

बिगड़ेगी स्वास्थ्य व्यवस्था

हमने शुक्रवार को रैली निकालकर सड़क तक पहुंच 30 मिनट तक प्रदर्शन किया। शनिवार से हमें जिला चिकित्सालय की नसों का सहयोग मिल रहा है। ऐसे में वह हमारे साथ आ गई तो फिर स्वास्थ्य सुविधाएं बिगड़ने का खतरा रहेगा। इसलिए हमारी मांगों को मान लिया जाए

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