Music

BRACKING

Loading...

रावण पर भी महंगाई की मार, 25% तक बढ़ गए दाम

 


ग्वालियर शहर में 8 दिन बाद 15 अक्टूबर को दशहरा महोत्सव मनाया जाएगा। रावण का पुतला जलाने संबंधी गाइड लाइन देर से आने के कारण सार्वजनिक तौर पर रावण दहन के बारे में संगठन योजना नहीं बना पाए हैं। लेकिन रावण का पुतला बनाने वालों ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बार रावण के पुतलों की कीमत में 25 प्रतिशत तक इजाफा हुआ है।

बड़े पुतलों में 15 फीट का जो पुतला 8 हजार रुपए में तैयार होता था, उसकी कीमत इस साल 10 हजार तक पहुंच गई है। इसी तरह से छोटे पुतलों के दामों में भी वृद्धि हुई है। इस बार 5 से 10 फीट तक के पुतले 400 से 1500 रुपए तक बेचे जाएंगे। पुतलों के दाम बढ़ने का कारण इन्हें बनाने के काम में आने वाले कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोत्तरी होना बताई गई है।

उम्मीद: पिछले साल 4 से 5 हजार पुतले जले थे, इस बार 7 से 8 हजार जलेंगे

पिछले साल कोरोना की वजह से रावण के पुतले कम संख्या में जलाए गए थे। इस बार इसको लेकर गाइड लाइन में छूट मिलने के बाद अब ज्यादा संख्या में पुतले बिकने की उम्मीद है। शहर में पुतले बनाने वाले कारीगरों के अनुसार पिछली बार शहर में 4 से 5 हजार छोटे-बड़े पुतले बेचे थे, इस बार यह आंकड़ा बढ़कर 7 से 8 हजार तक हो सकता है।

राजनीति के काम आया रावण: पिछली बार बचे पुतलों का विरोध प्रदर्शनों में हुआ उपयोग

पिछले साल पुतला बनाने वालों ने ज्यादा संख्या में पुतले बना लिए थे लेकिन बिक्री न होने की स्थिति में इनको बाद में राजनीतिक कार्यक्रमों और विरोध प्रदर्शनों में उपयोग किया गया। पिछले साल दशहरे को बने रावण के पुतले साल भर अलग-अलग नामों से बेचे और जलाए गए थे।

10-12 फीट के पुतलों के ऑर्डर

छोटे और बड़े पुतले बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। अभी 10 और 12 फीट के पुतलों के ऑर्डर मिले हैं। रावण के छोटे-बड़े पुतलों की कीमत में 25 प्रतिशत तक बढ़ोत्तरी हुई है।
-लाखन सिंह, कारीगर

पुतले बनाना शुरू कर दिया है
इस बार बड़े पुतलों का ऑर्डर अभी तक नहीं आया है, हालांकि 10 से 15 फीट के पुतले बिना ऑर्डर के भी तैयार किए जाते हैं। यह पुतले तैयार करना शुरू कर दिए हैं। इस बार पुतलों की कीमतें बढ़ेंगीं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ