शिवपुरी जिले में सहकारिता बैंक में हुए करोड़ों के घोटाले में हजारों बैंक खाता धारकों के करोड़ों रूपये बैंक लौटाने की स्थति में नहीं हैं। ऐसे में पैसा होने के बावजूद लोग अपने पैसे का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। आज भौंती थाना और रन्नौद थाना क्षेत्र के रहने वाले सहकारिता बैंक से पीड़ित लोगों ने कलेक्टर से पैसे बापस दिलाये जाने की गुहार लगाई हैं। दोनों का कहना हैं कि उन्हें इलाज के लिए आवश्यकता हैं लेकिन बैंक ने पैसा देने से मना कर दिया हैं।
बहू इंदौर में भर्ती रिटायर्ड बाबू ने लगाई गुहार -
रन्नौद के रहने वाले 90 साल के बुजुर्ग मोतीलाल यादव कलेक्टर के पास पहुंचे, यहां उन्होने बताया कि वह ब्लॉक में बाबू के पद से रिटायर्ड हुए थे। उन्होंने रिटायरमेंट के बाद मिले पैसों की सहकारिता बैंक में एफडी करा दी थी। 16 जनवरी को एफडी की मियाद पूरी हो चुकी हैं। बैंक से उन्हें 25 लाख रूपये लेना हैं। लेकिन बैंक उन्हें पैसा नहीं लौटा रहा हैं। जबकि उसके बेटे घनश्याम की पत्नी प्रीति इंदौर के अस्पताल में भर्ती हैं। उसके इलाज के लिए पैसों की आवश्यकता हैं लेकिन बैंक उसके 25 लाख रूपये लौटाने से इनकार कर रहा हैं।
पत्नी झांसी में भर्ती, पति ने लगाई गुहार -
इधर भौंती थाना क्षेत्र के बमेरा गांव के रहने वाले रामबाबू लोधी ने भी सहकारिता बैंक में जमा पैसे बापस दिलवाये जाने की गुहार कलेक्टर से लगाई हैं। रामबाबू लोधी का कहना हैं कि उसके सहकारिता बैंक में 35 हजार रूपये जमा हैं। इधर उसकी पत्नी पूजा लोधी झांसी के अस्पताल में भर्ती हैं। वह पत्नी के उपचार के लिए बैंक से पैसे निकालने गया था। लेकिन बैंक पैसे देने को तैयार नहीं हैं।
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