कोलारस जनपद सदस्य शिवकुमार चौहान सोमवार को एसडीएम कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। उन्होंने प्रशासन पर जनता की समस्याओं की अनदेखी करने का आरोप लगाया और कहा कि क्षेत्र की पानी, बिजली, सड़क जैसी बुनियादी समस्याएं अब तक अनसुलझी हैं। कई बार अधिकारियों से शिकायत करने के बावजूद सुनवाई नहीं हुई, जिससे नाराज होकर वे अपने पद से इस्तीफा देने पहुंचे।
शिवकुमार चौहान का कहना है कि जब तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं होगा, तब तक वह धरने पर डटे रहेंगे। यहां तक कि उन्होंने गिरफ्तारी देने तक की बात कह दी।
अपनी ही सरकार में अधिकारियों के खिलाफ खोला मोर्चा -
शिवकुमार चौहान भाजपा के जनपद सदस्य हैं और उनके चाचा भरत सिंह चौहान वर्तमान में कोलारस जनपद अध्यक्ष हैं। इसके बावजूद उन्होंने अपनी ही सरकार के अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासनिक लापरवाही के कारण जनता बुनियादी सुविधाओं से वंचित है।
ग्राम रामगढ़ में आज तक नहीं पहुंची बिजली और पानी की सुविधा -
जनपद सदस्य ने बताया कि उनका गृह ग्राम राजगढ़ है और उसके पास स्थित रामगढ़ गांव में आजादी के बाद से आज तक ना तो बिजली का ट्रांसफार्मर लगाया गया, न ही पानी के लिए बोरवेल की व्यवस्था हुई। ग्रामीणों को 1-2 किलोमीटर दूर से पानी भरकर लाना पड़ता है। इसके अलावा, उन्होंने मंदिरों में पुजारियों की नियुक्ति पर रोक, सीमांकन और नामांतरण न होने, और अधिकारियों के फोन तक न उठाने जैसे गंभीर आरोप लगाए।
"विधायक-सांसद चाहते हैं समाधान, पर अधिकारी लापरवाह"
शिवकुमार चौहान ने कहा कि क्षेत्रीय विधायक और जनपद अध्यक्ष भी जनता की समस्याओं का समाधान चाहते हैं, लेकिन अधिकारी उनकी बात सुनने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने कोलारस एसडीएम पर भी शिकायतों को टालने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आज क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया कई योजनाओं को लेकर आ रहे हैं, लेकिन अधिकारी उन पर सही से काम नहीं कर रहे। उनका कहना था कि जनता ने उन्हें वोट देकर जिताया, लेकिन अब वे अपने ही लोगों को पानी तक उपलब्ध कराने में असमर्थ हैं, इसलिए वे पद छोड़ने को मजबूर हैं। फिलहाल, जनपद सदस्य शिवकुमार चौहान अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं और जब तक इस्तीफा स्वीकार नहीं होता, वे धरने से हटने को तैयार नहीं हैं।
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