जीवनदायिनी नदियों के संरक्षण और पुनर्जीवन के लिए जन भागीदारी से कार्य करने का ले संकल्प
नदियां एवं वृक्ष समाज का भविष्य है और इसका संरक्षण हमारी जिम्मेदारी है मंत्री श्री पटेल
जीवन दयानी नदियों के संरक्षण एवं पूर्ण जीवन के लिए जन भागीदारी से कार्य करने का हमें संकल्प लेना होगा। नदियां एवं वृक्ष समाज का भविष्य है और इसका संरक्षण हमारी जिम्मेदारी। यह बात सिंगरौली के राजमाता चुन कुमारी स्टेडियम में आयोजित जल गंगा संवाद एवं पंच सरपंच सम्मेलन को संबोधित करते हुए।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रहलाद पटेल ने कही। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय द्वारा देश की नदियों की दयनीय होती स्थिति पर लगातार ध्यान देता है। ग्रामीण विकास की मनरेगा योजना हमारे आसपास के अंचलों में प्रभावित होने वाले जैव संसाधनों की पुनर्जीवन के लिए बेहतर मौका उपलब्ध कराती है। कंचन नदी पुनर्जीवन परियोजना पर्यावरण संरक्षण जल प्रबंधन और जन भागीदारी का उत्कर्ष उदाहरण है यह हमारे लिए अत्यंत गौरव का विषय है कि प्रशासन जनप्रतिनिधियों तथा ग्राम वासियों ने मिलकर कचन नदी को फिर से पुनर्जीवित किया है। मंत्री श्री पटेल ने आग्रह किया कि पंच सरपंच अधिक से अधिक जनसाधारण के माध्यम से पौधारोपण करे, जिससे कि जल गंगा संवर्धन अभियान में चल रहे जल संरक्षण को संपूर्ण जिले में सफलता पूर्वक संचालित किया जा सके।
इस अवसर पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्रीमती राधा सिंह, विधायक देवसर श्री राजेंद्र मेश्राम, विधायक सिंगरौली श्री राम निवास शाह, जिला पंचायत उपाध्यक्ष अर्चना सिंह, कलेक्टर श्री चंद्र शेखर शुक्ला, पुलिस अधीक्षक श्री मनीष खत्री, सीईओ पंचायत श्री गजेंद्र सिंह नागेश, प्राधिकरण अध्यक्ष श्री दिलीप शाह, नगर निगम अध्यक्ष श्री देवेश पांडेय, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री सुंदरलाल शाह, एसडीएम सिंगरौली श्री सर्जन वर्मा, एसडीएम देवसर श्री अखिलेश सिंह, शाहिद जनप्रतिनिधि, आमजन भारी मात्रा में उपस्थित है।
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