शिवपुरी। अपनी कारगुजारियों के लिए आए दिन सुर्खियों बटोर रहे बैराड़ नगर पंचायत सीएमओ मधुसूदन श्रीवास्तव एक बार फिर चर्चा में हैं। इस चर्चा में नगर परिषद में हो रही कर्मचारियों की भर्ती के लिए हैं, उन पर भर्ती में लेनदेन के आरोप लग रहे हैं, वहीं उन्होंने भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरती, बल्कि गुपचुप तरीके से भर्ती करने के आरोप लग रहे हैं।
जानकारी के अनुसार नगर परिषद बैराड़ में स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत कचरा वाहनों के संचालन हेतु पांच वाहन चालक, पांच हेल्परों की भर्ती होने हैं। नियमानुसार इस भर्ती प्रक्रिया के लिए समाचार पत्रों के माध्यम से सूचना प्रकाशित करनी होती है और वहीं नगर निकाय की बेवसाइड पर भी उक्त जानकारी अपलोड करनी होती है, लेकिन सीएमओ बैराड़ द्वारा अपना निजी हित साधने के लिए उक्त सूचना को किसी अधिक प्रचार-प्रसार वाले समाचार पत्र में प्रकाशित नहीं करते एक ऐसे समाचार पत्र में प्रकाशित करा दिया जिसे प्रकाशित होने के बाद सार्वजनिक ही नहीं होने दिया। इसके अलावा नगर निकाय की बेवसाइड पर भी उक्त सूचना को अपलोड़ नहीं किया गया जिसके कारण अभ्यार्थियों को इस भर्ती की कानों कान खबर तक ही नहीं लगी। सीएमओ द्वारा अपने चेहतों को भर्ती करने की पूरी तैयारी कर ली है। वहीं सूत्रों की मानें तो इस भर्ती प्रक्रिया में बड़ा लेनदेन हुआ है तभी तो भर्ती प्रक्रिया को गुपचुप तरीके से किया जा रहा है।
यहां बता दें कि बैराड सीएमओ मधुसूदन श्रीवास्तव की मनमानी और हठधर्मिता से नगर परिषद के जनहितैषी कार्य भी ठप्प पड़े हुए हैं, वहीं नगर परिषद के कर्मचारी भी उनसे खासे परेशान हैं। कर्मचारियों को सीएमओ की मनमानी के चलते समय पर तनख्वाह भी नसीब नहीं हो पाती है। इसके अलावा वह नगर परिषद में भी नियमित रूप से नहीं बैठते हैं और बैठकों का बहाना बनाकर गायब रहते हैं।
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