विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर बुधवार को आईटीबीवी सिंगनल प्रशिक्षण केंद्र शिवपुरी व स्वयंसेवी संस्था जेनिथ-विधि सेवा संस्थान के कार्यकर्ता और समाजसेवी लोगों ने संयुक्त रूप से तालाब व अन्य जलस्त्रोतों की सफाई के लिए अभियान चलाया। इस दौरान जाधव सागर तालाब के पास सफाई की गई। इसमें आईटीबीपी शिवपुरी के जवानों के अलावा अन्य लोगों ने साफ-सफाई की और पॉलिथिन व अन्य कचरा यहां से निकाला। यहां पर पिछले एक जून से अभियान शुरू की गई है लेकिन बुधवार को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर तालाब की साफ-सफाई के लिए श्रमदान के अलावा पर्यावरण जागरूकता को लेकर निबंध, भाषण व चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
तालाबों को बचाने किया जागरूक
भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के सिगनल ट्रेनिंग स्कूल के जवानों ने आम लोगों के साथ मिलकर प्राचीन जल स्त्रोतों व तालाबों को बचाने के लिए अभियान छेड़ा है। इस अभियान के अंतर्गत शिवपुरी के प्राचीन तालाब, नाले व पानी के अन्य स्त्रोतों के आसपास सफाई अभियान शुरू किया। इस दौरान नालों व तालाब की सफाई के लिए अभियान के अंतर्गत आईटीबीपी शिवपुरी के जवानों ने जेनिथ-विधि सेवा संस्थान के छात्रों के साथ मिलकर जाधव सागर तालाब व इसके आसपास सफाई की और 5 टैक्टर-ट्रॉली मलबा निकाला।
श्रमदान कर निभाई जिम्मेदारी
भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के सिग्नल ट्रेनिंग स्कूल शिवपुरी के उप महानिरीक्षक राजकिशोर शाह के निर्देश पर जवानों ने इस सफाई अभियान में हिस्सा लिया। इस दौरान आम लोगों व छात्रों की भी बड़ी संख्या में भागीदारी रही। यहां पर गौरी गणेश कुंड से लेकर नाले के आसपास जमा पॉलीथिन कचरे को बाहर निकाला। सिंधिया स्टेट के समय ग्रीष्मकालीन राजधानी हुआ करता था। यहां पर सुंदर व हरियाली वाला पर्यावरण दूर-दूर तक प्रसिद्ध था और यहां पर एक दर्जन से ज्यादा छोटे-बड़े तालाब थे लेकिन आज कुछ ही जल संरचनाएं बची हैं करें। प्राचीन जलस्त्रोतों के आसपास सफाई रखे जिससे बारिश के दिनों में जल संरक्षण हो सके।
हाथ बढ़ाकर बोले लोग-सबकी है जिम्मेदारी
भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के सिगनल ट्रेनिंग प्रशिक्षण केंद्र के राजेश चौधरी ने बताया कि आईटीबीपी सदैव स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कई कार्यक्रम यहां चला रहा है। इसी क्रम में एक गांव भी गोद लिया है। अब शिवपुरी के तालाबों व अन्य जलस्त्रोतों के आसपास साफ-सफाई के लिए आमजन के साथ अभियान चला रहा है। अभियान का उद्देश्य आम लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है। आईटीबीपी के निरीक्षक नीरज शर्मा ने बताया कि आम लोगों को भी जागरूक होना होगा। समाजसेवी एमएस चौबे ने बताया कि शिवपुरी में एक समय एक दर्जन से अधिक छोटे-बड़े तालाब हुआ करते थे, लेकिन देखरेख के अभाव में इनका अस्तित्व खत्म हो गया।
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