दतिया. कलेक्टर रोहित सिंह ने अधिकारियों से कहा है कि वे यह देखें कि कलेक्ट्रेट से मार्क होकर जाने वाले पत्र कहीं उनके लिपिक के पास दबे न रह जाएं। उन्होंने यह बात लंबित पत्रों की समीक्षा बैठक में कही। उन्होंने कलेक्ट्रेट भवन में थूकने की प्रवृत्ति की रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाने की जवाबदारी कलेक्ट्रेट में बैठने वाले अधिकारियों को सौंपते हुए कहा कि कलेक्ट्रेट भवन में गंदगी न होने दी जाए।
बैठक में उन्होंने समय सीमा पत्रों की समीक्षा के दौरान निस्तारण की धीमी गति पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि इन शिकायतों में जनता से जुड़ी अहम बातें होती हैं, जिनका त्वरित निराकरण किया जाना आवश्यक होता है। कलेक्टर ने कार्यालयों में कार्यालयीन प्रबंधन के सुधार की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि उनके कार्यालयों की अलमारियों में कौन-कौन सी नस्तियां हैं, यह अलमारी पर दर्ज होना चाहिए, ताकि कागज और नस्तियां ढूंढने में सहूलियत रहे और वह गायब न हो सकें। उन्होने कार्यालयों को साफ -सुथरा रखने के भी अधिकारियों को निर्देश दिए। सिंह ने विद्यालयों को साफ -सुथरा रखने और हर कक्ष के बाहर एक डस्टबिन रखवाने के जिला शिक्षा अधिकारी के प्रतिनिधि एवं जिला परियोजना समन्वयक को निर्देश दिए। कलेक्टर ने जिला अस्पताल को साफ -सुथरा रखने और नगरपालिका की मदद से कचरा निबटान की व्यवस्था करने के सिविल सर्जन व सरकारी दफ्तरों और जिला अस्पताल में पुताई कराने के कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण को निर्देश दिए।
कलेक्टर ने विद्यालयों, सब्जी मंडी, अस्पताल, बस स्टैंड, सरकारी कार्यालयों में साफ -सफाई की व्यवस्था करने के मुख्य नगर पालिका अधिकारी और कलेक्ट्रेट परिसर में झाडिय़ों, घासफूस को हटाने के लोक निर्माण विभाग एवं पीआईयू को निर्देश दिए। उन्होने कलेक्ट्रेट परिसर को स्वच्छ रखने और पौधों के संरक्षण की जिम्मेदारी अलग-अलग अधिकारियों को सौंपने की बात कही।
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