शिवपुरी. सर्द हवाओं से शिवपुरी शहर में लोगों की कंपकंपी छूट रही है, लेकिन सर्दी से बचाव के लिए जिला मुख्यालय पर मौजूदा इंतजाम नाकाफी हैं। पारा जहां एक पायदान और नीचे सरक कर 5 डिग्री तक पहुंच गया, जो पिछले चार साल में दिसंबर माह में सबसे कम तापमान है। वहीं कंपकंपा देने वाली सर्दी में नगरपालिका ने अभी तक अलाव शुरू नहीं किए। शहर में मौजूद तीन में से दो रैन बसेरा संचालित हो रहे हैं, जहां हर रात वो लोग सर्दी से बचने के लिए रात गुजारने पहुंच जाते हैं, जिन्हें उसकी जानकारी है। अन्यथा की स्थिति में वे ठंड में ठिठुरते हुए किसी तरह रात बिताने को मजबूर हैं। हाड़ कंपकंपा देने वाली सर्दी से बचाव के लिए शहर के समाजसेवियों ने ठिठुरते लोगों को कंबल ओढ़ाना भी शुरू कर दिया। यानि आमजन के दिल में गरीबों के लिए राहत की इच्छा जागृत हो गई, लेकिन जिम्मेदारों के कान पर अभी तक जूं नहीं रेंगी।
शिवपुरी में बुधवार को न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो पिछले चार साल में दिसंबर माह में सबसे कम तापमान है। सुबह 5.30 बजे तक मौसम साफ था, लेकिन जैसे-जैसे दिन निकलना शुरू हुआ, कोहरे की चादर गहरी होती गई। सुबह 8 बजे तक शहर में इतना घना कोहरा छाया रहा कि निकलने वाले वाहनों को अपनी लाइट जलानी पड़ी। सुबह 8 बजे सूर्य देवता भी निकल आए और फिर कोहरे व सूर्य की किरणों के साथ ही कोहरा कम होना शुरू हुआ। धूप निकलने के बाद लोगों को सर्दी से कुछ राहत मिली। सर्द हवाओं ने वातावरण में ऐसी ठंडक घोल दी कि बंद कमरे में बैठकर हाथ व अंगुलियां नहीं चल पा रहीं थीं। जिसके चलते ऑफिसों में काम करने वालों की स्थिति खराब रही।
शिवपुरी में बुधवार को न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो पिछले चार साल में दिसंबर माह में सबसे कम तापमान है। सुबह 5.30 बजे तक मौसम साफ था, लेकिन जैसे-जैसे दिन निकलना शुरू हुआ, कोहरे की चादर गहरी होती गई। सुबह 8 बजे तक शहर में इतना घना कोहरा छाया रहा कि निकलने वाले वाहनों को अपनी लाइट जलानी पड़ी। सुबह 8 बजे सूर्य देवता भी निकल आए और फिर कोहरे व सूर्य की किरणों के साथ ही कोहरा कम होना शुरू हुआ। धूप निकलने के बाद लोगों को सर्दी से कुछ राहत मिली। सर्द हवाओं ने वातावरण में ऐसी ठंडक घोल दी कि बंद कमरे में बैठकर हाथ व अंगुलियां नहीं चल पा रहीं थीं। जिसके चलते ऑफिसों में काम करने वालों की स्थिति खराब रही।
नपा ने नहीं जलाए अलाव
जिला अस्पताल, बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन के अलावा शहर के चौराहों पर हर दिन शाम को नगरपालिका द्वारा लकडिय़ां दी जाती थीं, ताकि वहां पर आग जलाकर लोग सर्दीसे बचाव कर सकें। हर दिन पारा नीचे सरक रहा है तथा सर्द हवाओं ने आमजन की हालत बिगाड़ दी है, बावजूद इसके कहीं भी अभी तक अलाव जलाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई। जिसके चलते बाहर से आने वाले लोग बिना आग के रात गुजारने को मजबूर हैं। उधर नपा सीएमओ केके पटेरिया का कहना है कि सर्दी को देखते हुए हमने अलाव जलवाने के लिए लकडिय़ों की व्यवस्था करवाना शुरू कर दिया है। लकड़ी चिरवा रहे हैं तथा एकाध दिन में ही चौराहों व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर लकडिय़ां भिजवाकर अलाव शुरू करवा रहे हैं। रैन बसेरा में लोगों के रुकने के लिए बेहतर व्यवस्थाएं हैं।
किराए की रजाई के सहारे काट रहे रात
इन दिनों पड़ रही कड़ाके की सर्दी के चलते जहां लोगों का बिना गर्म कपड़ों के दिन में घूमना मुश्किल हो रहा है, वहीं जिला अस्पताल में हर दिन एक सैकड़ा से अधिक बाहर से आने वाले मरीजों के परिजनों के लिए सर्दी से बचाव के कोई व्यवस्था नहीं है। जिसके चलते यहां रात में रुकने वाले मरीजों के परिजनों को अस्पताल के बाहर चार पहिया ठेलों से कंबल व रजाई किराए पर लेकर रात गुजारनी पड़ रही है। पैसा जमा कर रात में रजाई ओढऩे के बाद सुबह उसे किराया कटवाकर वापस कर देते हैं।
कोहरे के फेर में हाइवे पर टकराए 3 वाहन
बुधवार की सुबह शिवपुरी में पहली बार घना कोहरा छाया रहा। शहर की अपेक्षा हाईवे पर कोहरे का असर अधिक था। जिसके चलते जिले के लुकवासा कस्बे में एक ही जगह पर तीन वाहन एक-दूसरे से टकरा गए। टकराने वाले वाहनों में शामिल यात्री बस, जिसमें सवार तीन सवारियों को हल्की चोट आई हैं। सुबह लगभग 4 बजे जब हाईवे पर घना कोहरा था, तो लुकवासा बायपास पर शिवनाथ होटल के पास शिवपुरी से गुना की ओर जा रहे एक टैंकर में पीछे से आयशर टकरा गई और जब तक आयशर वाला कुछ समझ पाता, तब तक पीछे से आ रही इटावा से इंदौर चलने वाली यात्री बस उस वाहन से जा टकराई। बस में लगभग 50 सवारियां थीं, जो उस दौरान सो रहीं थी, आयशर के टकराने से केबिन में सवार तेज बहादुर सिंह चौहान निवासी औरेया उप्र, शिवकांत प्रजापति इटावा व अनुज यादव निवासी जसवंतनगर उप्र, मामूली रूप से चोटिल हो गए। दुर्घटना में स्लीपर बस का आगे का कांच टूट गया, जिसके चलते शिवपुरी से मैकेनिक आने पर उसे सुधरवाने के बाद सुबह 10 बजे गुना की ओर रवाना हुई। चूंकि इस मामले में किसी ने शिकायत नहीं की तो पुलिस ने भी कोई कार्रवाई नहीं की।
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