ग्वालियर। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत महत्वपूर्ण सेवाओं के सर्विलांस के लिए मोतीमहल में कमांड सेंटर का उद्घाटन कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया। इसके बाद सिटी बस सेवा लोकार्पित की। इस दौरान सिंधिया ने खुद सिटी बस की स्टियरिंग थामी। इस तरह सात नई सिटी बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने की बजाय सिंधिया ने खुद बस चलाई।
शुक्रवार को सिंधिया ने सेंटर का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने मोती महल का जायजा भी लिया। मोती महल के बदले स्वरूप को देखकर उन्होंने अधिकारियों की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि मोती महल को संवारकर न केवल हमने प्राचीन इमारत को संरक्षित किया है बल्कि ग्वालियर का इतिहास जीवित हो गया है। कार्यक्रम के दौरान मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, तुलसी सिलावट आदि उपस्थित रहे।
ऑनलाइन कर सकेंगे मॉनिटरिंग
स्मार्ट सिटी के तहत 32 करोड़ की लागत से मोती महल में कमांड सेंटर का निर्माण किया गया। इसके जरिए शहर की ट्रैफिक एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड, पुलिस सहित अन्य सेवाओं की मॉनिटरिंग ऑनलाइन की जा सकेगी। इसके अलावा आईटीएमएस की मॉनिटरिंग भी इसके जरिए ही होगी।
स्मार्ट सिटी के तहत 32 करोड़ की लागत से मोती महल में कमांड सेंटर का निर्माण किया गया। इसके जरिए शहर की ट्रैफिक एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड, पुलिस सहित अन्य सेवाओं की मॉनिटरिंग ऑनलाइन की जा सकेगी। इसके अलावा आईटीएमएस की मॉनिटरिंग भी इसके जरिए ही होगी।
पुरानी छावनी से महाराज बाड़ा तक चलेंगी बसें
स्मार्ट सिटी द्वारा 7 नई सिटी बसें भी शुक्रवार को शुरूआत की गई। ज्योतिरादित्य सिंधिया को हरी झंडी दिखाकर बसों को रवाना करना था लेकिन उन्होंने खुद ही बस की स्टीयरिंग थामी और उसे चलाकर शुरूआत की। हालांकि सिटी बस प्रोजेक्ट बहुत ही धीमी गति से चल रहा है। डेढ़ साल में भी टेंडर के अनुरूप बसों की संख्या नही हो पाई है।
स्मार्ट सिटी द्वारा 7 नई सिटी बसें भी शुक्रवार को शुरूआत की गई। ज्योतिरादित्य सिंधिया को हरी झंडी दिखाकर बसों को रवाना करना था लेकिन उन्होंने खुद ही बस की स्टीयरिंग थामी और उसे चलाकर शुरूआत की। हालांकि सिटी बस प्रोजेक्ट बहुत ही धीमी गति से चल रहा है। डेढ़ साल में भी टेंडर के अनुरूप बसों की संख्या नही हो पाई है।
7 नई बसें पुरानी छावनी से महाराज बाड़ा रूट पर चलाई जाएंगी। इनको मिलाकर अब शहर में 13 बसें हो गई हैं। जबकि शहर में इनकी संख्या 16 होना थी और सिटी से बाहर दूसरे शहरों के लिए भी 16 बसें चलाई जाना थीं अभी यहां पर सिर्फ 8 बसें ही चलाई जा रही हैं। 7 में से दो बसों में एलईडी डिस्प्ले लगाया गया है बाकी बसों में भी इन्हें लगाया जाएगा।
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