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मैसेंजर के बाद मोबाइल नंबर भी कर रहे हैक । shivpuri news

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शिवपुरी. शहर में पिछले तीन दिन से अलग-अलग लोगों के फेसबुक मैसेंजर हैक करके पैसों की मांग की गई, वहीं रविवार की शाम एक शख्स का मोबाइल नंबर हैक करके, उसके नंबर से एक युवती को फोन लगाकर परेशान किया। पीडि़ता के परिजन जब कोतवाली पहुंचे और जिस नंबर का उपयोग किया गया, उस शख्स से वह युवती व परिजन मिले, तब उन्होंने भी माना कि मोबाइल नंबर का किसी दूसरे ने दुरुपयोग किया। मैसेंजर के बाद मोबाइल नंबर हैक होने से आमजन के लिए खतरा व विवाद की स्थिति निर्मित हो सकती है। एसपी भी मान रहे हैं कि आईटी एक्सपर्ट इस तरह की जालसाजी कर रहे हैं, जिनका पता पुलिस भी लगा रही है।
सोमवार की सुबह शहर में रहने वाली एक युवती के परिजन कोतवाली पहुंचे तथा उन्होंने चार मोबाइल नंबर बताते हुए कहा कि इन नंबरों से हमारी बेटी को कोई शख्स परेशान कर रहा है। बाद में पता चला कि किसी दूसरे शख्स ने मोबाइल नंबर को हैक करने के बाद उसका दुरुपयोग किया है। इस मामले में तो नंबर वाले शख्स से मिलने के बाद परिजनों ने मान लिया कि किसी दूसरे ने नंबर का दुरुपयोग किया है, लेकिन यदि कोई दूसरा व्यक्ति होता, तो फिर उनके बीच विवाद होना तय था। ज्ञात रहे कि इससे पूर्व बामौरकलां सहित शहर के दो लोगों के फेसबुक मैसेंजर हैक करने वाले शख्स ने उनके नजदीकियों को मैसेज करके सहायता के लिए राशि मांगी। उक्त लोगों ने भी पुलिस में शिकायत करने के साथ ही सोशल मीडिया पर अपने नजदीकियों को मैसेज भी डाला कि मेरा मैसेंजर हैक हो गया, उसके बहकावे में कोई न आए।

एडीशनल एसपी के नाम पर भी हो चुकी है ठगी

मोबाइल आमजन के लिए परेशानी तो बन ही रहा है, वहीं शिवपुरी के एडीशनल एसपी के नाम से भी 50-50 हजार करके दो लाख रुपए की ठगी की गई थी। चूंकि यह मामला माइक-टू से जुड़ा था, इसलिए पुलिस ने इसमें तत्परता दिखाते हुए मामले को न केवल ट्रेस कर लिया, बल्कि आरोपी भी दबोच लिए, जबकि अन्य मामलों में पुलिस सिर्फ शिकायती आवेदन तक सीमित है।
एक ही एफआईसी कोड के एकाउंट में मांगे पैसे
बामौरकलां निवासी सुरेंद्र जैन एवं शिवपुरी निवासी राजेश ठाकुर के फेसबुक मैसेंजर हैक करने वाले जिस शख्स ने पैसों की मांग की थी, उसने संंबंधित लोगों के मित्रों द्वारा मैसेंजर पर बैंक एकाउंट पूछे जाने पर जो एकाउंट नंबर दिया, उसका आईएफएस कोड दोनों मामलों में एक ही है। यानि एक ही शख्स इस तरह की जालसाजी करके अपने एकाउंट में पैसे डलवाने का प्रयास कर रहा है।
ऐसी जालसाजी करने वाले रैकेट में शामिल लोग आईटी के एक्सपर्ट हैं और वे न जाने कहां बैठकर इस काम को अंजाम दे रहे हैं। मोबाइल नंबर को हैक करके भी उसका दुरुपयोग किया जाता है, लेकिन उसे पकडऩे की प्रक्रिया लंबी होती है। आमजन इस तरह की जालसाजी से खुद भी अलर्ट रहें तथा पुलिस भी ऐसे लोगों की धरपकड़ के प्रयास कर रही है।
राजेश सिंह चंदेल, एसपी शिवपुरी

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