शिवपुरी। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करने के साथ ही बंटने वाले पोषण आहार के पैकेट व पौष्टिक लड्डू अब घर-घर पहुंचाए जा रहे हैं, जबकि पहले विभाग के कुछ नुमाइंदों ने सांठगांठ करके पौष्टिक लड्डू की जगह इल्ली वाले बूंदी के लड्डू बांट दिए थे।
जब मामला उजागर हुआ, तो विभाग फिर पटरी पर लौटा और बच्चों की पौष्टिकता में चोरी पर अंकुश लगाते हुए, घर-घर पौष्टिक लड्डू का वितरण शुरू किया।
गौरतलब है कि केंद्रों पर बच्चों को आने पर प्रतिबंध लगाते हुए, लॉकडाउन में उनके पोषण आहार के पैकेट व लड्डुओं का वितरण घरों पर करना था, लेकिन समूह वालों ने सांठगांठ करके बूंदी के इल्ली लगे लड्डू बंटवा दिए। यदि यह मामला उजागर नहीं होता, तो विभाग के जिम्मेदार व समूह संचालक पौष्टिकता का भुगतान लेकर ऐसे ही खराब लड्डू बंटवा देते।
विभाग की कारगुजारियों की इल्ली वाले लड्डुओं ने पोल खोल दी, जिसके चलते अब न केवल पौष्टिक लड्डू बनने लगे, बल्कि उनका वितरण भी घर-घर कराया जाने लगा।
जहां सबसे अधिक कुपोषण, वहां नहीं ध्यान
जिले की पोहरी तहसील ऐसी है, जहां पर सबसे अधिक कुपोषित बच्चे होने के साथ-साथ वहां पर कुपोषण की भयावह स्थिति है। बावजूद इसके विभाग के जिम्मेदार केवल शहर में पोषण आहार के पैकेट व पौष्टिक लड्डू बंटवा रहे हैं, जबकि पोहरी के अधिकांश क्षेत्रों में इनका वितरण नहीं किया जा रहा।
जिले की पोहरी तहसील ऐसी है, जहां पर सबसे अधिक कुपोषित बच्चे होने के साथ-साथ वहां पर कुपोषण की भयावह स्थिति है। बावजूद इसके विभाग के जिम्मेदार केवल शहर में पोषण आहार के पैकेट व पौष्टिक लड्डू बंटवा रहे हैं, जबकि पोहरी के अधिकांश क्षेत्रों में इनका वितरण नहीं किया जा रहा।
शिवपुरी से यदा-कदा अपडाउन करने वाली कार्यकर्ता यह कहकर बचने का प्रयास कर रही हैं कि पोहरी तक जाने का कोई साधन ही नहीं चल रहा, तो हम कैसे जाएं?।
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