MP उपचुनाव से पहले कांग्रेस ने सिंधिया के गढ़ में उतारी टीम-11
कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के उपचुनाव वाले इलाकों में अपने संगठन को मजबूत करने की कवायद शुरू कर दी है. कांग्रेस ने बुधवार को 11 जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की है. इनमें से ज्यादातर जिले कांग्रेस से बगावत कर बीजेपी का दामन थामने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया के सियासी असर वाले हैं.

- कांग्रेस एमपी के उपचुनाव की तैयारी में जुट गई है
- कांग्रेस ने MP में 11 नए जिला अध्यक्ष नियुक्त किए
मध्य प्रदेश में सियासत अब कोरोना संकट के खिलाफ जंग से शिफ्ट होकर उपचुनाव पर केंद्रित होती नजर आ रही है. कांग्रेस ने उपचुनाव वाले इलाकों में अपने संगठन को मजबूत करने की कवायद शुरू कर दी है. कांग्रेस ने बुधवार को 11 जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की है. इनमें से ज्यादातर जिले कांग्रेस से बगावत कर बीजेपी का दामन थामने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया के सियासी असर वाले हैं. कांग्रेस की रणनीति है टीम-11 के जरिए चंबल-ग्वालियर संभाग की विधानसभा सीटों के उपचुनाव में फतह हासिल करना.
कांग्रेस ने नए 11 जिला अध्यक्षों के तौर पर श्योपुर में अतुल चौहान, ग्वालियर ग्रामीण में अशोक सिंह, विदिशा में कमल सिलकारी, सीहोर में बलबीर तोमर, रतलाम शहर में महेंद्र कटारिया, शिवपुरी में श्रीप्रकाश शर्मा, गुना शहर में मानसिंह पसरोदा, गुना ग्रामीण में हरि विजयवर्गीय, होशंगाबाद में सत्येंद्र फौजदार, सिंगरौली शहर में अरविंद सिंह चंदेल और देवास ग्रामीण में अशोक पटेल को नियुक्त किया है.
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बता दें कि मध्य प्रदेश में 24 सीटों पर उपचुनाव होने हैं जो दो विधायकों के निधन और 22 विधायकों की कांग्रेस से बगावत करने के बाद खाली हुई हैं. इन 24 में से 16 सीटें ग्वालियर-चंबल संभाग से आती हैं, जो ज्योतिरादित्य सिंधिया के राजनीतिक प्रभाव वाला क्षेत्र माना जाता है. यह उपचुनाव तय करेगा कि मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार और कांग्रेस का सियासी भविष्य क्या होगा?
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