Music

BRACKING

Loading...

कोरोना संकट के बीच बॉलीवुड की फिल्में कैसी होंगी, यहां पढ़िए

www.anticorruptionews.com की ताज़ा ख़बर, ब्रेकिंग न्यूज़

Entertainment Desk। लम्बे लॉकडाउन के बाद इंडिया की एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री पटरी लॉकइन होने जा रही है। अगले 10-15 दिनों में फिल्मों की शूटिंग शुरू हो जाएगी लेकिन, कोरोना का खतरा के चलते बॉलीवुड के स्टूडियो और फिल्में भी बदले हुए नजर आएंगे। इस दौरान फिल्मों में न डांस होगा, न एक्शन और न ही रोमांस। महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को शूटिंग की इजाजत तो दी है लेकिन, कई नियमों की बेड़ियां दाल दी हैं। शूटिंग के दौरान तय गाइडलाइन पर सख्ती से अमल करना होगा।
नई गाइडलाइंस के साथ बॉलीवुड के लिए कई चुनौतियां भी होंगी। बिना कपल डांस, एक्शन और बिना रोमांस के बॉलीवुड की कल्पना भी मुश्किल है। नई गाइडलाइंस में रोमांटिक और एक्शन सीन्स पर रोक है। यही नहीं, अब बॉलीवुड के सीनियर एक्टर्स को सेट से दूर रखा गया है। अमिताभ बच्चन, अनुपम खेर जैसे दिग्गज एक्टर्स शूटिंग के लिए सेट पर नहीं जा सकेंगे। खासकर रेड और ऑरेंज जोन में नई गाइडलाइंस के साथ ही फिल्मों की शूटिंग होगी। चुनौतियां बहुत हैं लेकिन इंडस्ट्री पटरी पर वापिस लौटने को बेकरार है। धीरे-धीरे ही सही हर मुश्किल का समाधान होगा।

क्या हैं बॉलीवुड के लिए नई चुनौतियां?


उम्र का नियम बदलने की मांग

अमिताभ बच्चन, अनुपम खेर, परेश रावल, नसीरुद्दीन शाह, धर्मेन्द्र, शक्ति कपूर, जैकी श्रॉफ, अन्नू कपूर, मिथुन चक्रवर्ती जैसे कलाकार और अनिल शर्मा, डेविड धवन, सुभाष घई, मणिरत्नम, शेखर कपूर, गुलजार, जावेद अख्तर जैसे निर्माता और गीतकार 65 वर्ष की ज्यादा आयु के महान कलाकार गाइडलाइन के चलते काम नहीं कर पाएंगे। ऐसे सितारे इंडस्ट्री में लगातार सक्रिय हैं और बेहतरीन काम कर रहे हैं। 65 वर्ष के लोगों को शूटिंग पर नहीं आने देने का नियम अव्यावहारिक है। IFTDA के अध्यक्ष अशोक पंडित ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से दो नियमों पर पुनर्विचार की मांग की है।

एरिया वाइज उपलब्ध हों डॉक्टर्स और नर्सेज

IFTDA की दूसरी मांग है कि सेट पर डॉक्टर्स और नर्सेज की मौजूदगी की अनिवार्यता पर भी दोबारा विचार किया जाए। राज्य में पहले ही कोविड-19 के मामलों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसके चलते मेडिकल वर्कर्स की कमी है। ऐसे में हर शूटिंग स्थल पर डॉक्टर्स और नर्सेज का होना संभव नहीं होगा। एसोसिएशन का सुझाव है कि बजाय हर सेट पर मेडिकल टीम की अनिवार्यता के एरिया वाइज शूटिंग लोकेशंस पर डॉक्टर्स और नर्सेज की उपलब्धता रहे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ