www.anticorruptionews.com की ताज़ा ख़बर,
ब्रेकिंग न्यूज़
भोपाल। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड द्वारा आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा पास उम्मीदवार जयपाल सिंह सिसौदिया ने बताया कि 2 साल के लंबे समय यानि 2018 से चली आ रही उच्च माध्यमिक शिक्षक और माध्यमिक शिक्षक भर्ती में सरकार ने अभी तक बेरोजगार युवाओं को नियुक्त नही दी है। कभी चुनाव का बहाना तो कभी कोरोना का। शिक्षक भर्ती 80% पूरी हो चुकी है सिर्फ़ डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और नियुक्ति की प्रक्रिया शेष है लेकिन सरकार की उदासीनता के कारण 20000 से ज्यादा पात्र उम्मीदवार अपनी नियुक्ति की राह देख रहे हैं। ये और इनका परिवार आर्थिक रूप से टूट चुका है।
जयपाल सिंह सिसौदिया का कहना है कि सरकार की इसी वादा खिलाफी के विरोध में रविवार को मध्यप्रदेश के हजारों युवाओ ने ट्विटर पे सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ दिया और #WeWantMPTETjoining के साथ डेढ़ लाख से भी ज्यादा ट्वीट कर मप्र में इसे नम्बर 1 पे ट्रेंड कराया। ये मध्यप्रदेश के इतिहास में अभी तक ट्वीटर पर ऑनलाइन आंदोलन का सबसे बड़ा रिकॉर्ड बेरोजगार युवाओं ने 3 घंटे से कम समय मे सरकार के खिलाफ स्थापित किया है। इससे पता चलता है कि मध्यप्रदेश के बेरोजगार शिक्षित युवाओं के मन मे सरकार के खिलाफ कितना गुस्सा भरा है जो पूरी तरह जायज भी है। इस आंदोलन में सब युवाओं ने सिर्फ एक मांग रखी कि जल्द से जल्द सभी के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन कर पड़ोसी राज्यों की तरह नियुक्ति दी जाए।
जयपाल सिंह सिसौदिया ने बताया कि इस कोरोना काल मे मध्यप्रदेश के पड़ोसी राज्यो छत्तीसगढ़, राजस्थान, उत्तरप्रदेश में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया जारी है और उन्हें नियुक्ति दी जा रही है। मध्यप्रदेश के युवाओं का कहना है कि उनकी बेरोजगारी और आगामी उपचुनाव को देखते हुए कोरोना का बहाना न बनाते हुए जल्द से जल्द उनको जॉइनिंग प्रदान की जाए।
जयपाल सिंह सिसौदिया ने बताया कि मप्र में पिछले 10 वर्षों से शिक्षकों की भर्ती नही हुई है। जिससे मध्यप्रदेश की शिक्षा व्यवस्था का बेड़ा गर्क हुआ पड़ा है। अब जैसे तैसे भर्ती हो रही है तो 2 साल से अभी तक सरकार ने बेरोजगारों को जोइनिंग ही नही दी है । इस दिशा में सरकार और शिक्षा विभाग का रवैया बहुत ही उदासीन है जो इन युवाओ के साथ अन्याय है।
0 टिप्पणियाँ