Music

BRACKING

Loading...

मात्र ₹1 में भगवान ने महिला की मृत्यु टाल दी

R V News Live : समाचार

 महामृत्युंजय भगवान भोलेनाथ भक्तों के मनोरथ किस प्रकार से पूरे करते हैं, यह कथा इसी विषय पर केंद्रित है। कथाकार ने कथा को प्रमाणित नहीं किया है परंतु यदि आप शिव में श्रृद्धा रखते हैं तो विश्वास कर पाएंगे कि यह असंभव नहीं था, क्योंकि शिव भक्तों के जीवन में इस प्रकार के अनुभव आते रहते हैं। 




मोरल ऑफ द स्टोरी यह है कि भगवान भक्ति से प्रसन्न होते हैं। भक्तों की निर्मलता और भगवान को प्राप्त करने के उसके प्रयास चाहे कैसे भी हो, सफल जरूर होते हैं। जरूरी नहीं कि भगवान एक बड़े से प्रकाश पुंज से प्रकट हों और 'तथास्तु' कहते हुए आपकी मनोकामना पूरी करें। वह किसी दुकानदार के हृदय में उस समय निवास कर सकते हैं जब बालक एक रुपए लेकर भगवान की तलाश कर रहा हो। यदि मदद दुकानदार ने की होती तो वह उसका श्रेय अवश्य लेता परंतु उसने ऐसा नहीं किया क्योंकि जो कुछ भी किया वह दुकानदार के हृदय में स्थित भगवान भोलेनाथ ने किया।




एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ