
8 साल का बच्चा हो या 60 साल का अनुभवी व्यक्ति, यदि उसे छींक आती है तो उसकी आंखें अपने आप बंद हो जाती हैं। पलक झपक जाती है। सवाल यह है कि ऐसा क्यों होता है। भारत के बुजुर्ग कहते हैं कि छींकते समय यदि आंखें बंद नहीं की तो आंखों की पुतलियां निकल कर गिर सकती है। यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो के प्रोफेसर डॉ रॉबर्ट नेक्लेरिओ का दावा है कि छींक का आंखों से कोई रिश्ता नहीं होता। काफी प्रेक्टिस के बाद कुछ वैज्ञानिकों ने आंखें खुली रख कर छींककर बताया लेकिन फिर भी मनुष्य के शरीर की एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। इसके पीछे कोई ना कोई लॉजिक तो होगा। आइए जानते हैं:-
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