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केके दीक्षित को ब्लैकलिस्टेड करने की प्रस्ताव की फाइल खुली, जेडी बोले-जल्द होगी प्रक्रिया



 

 ग्वालियर बाल सरंक्षण के हित में काम करने के लिए गठित की जाने वाली बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष (केके दीक्षित)और सदस्यों के लिए कलेक्टर की ओर से ब्लैकलिस्टेड करने के प्रस्ताव की फाइल भोपाल में खुल गई है। भोपाल स्थित महिला एवं बाल विकास विभाग में नामों की छंटनी की जा रही है। अब जल्द ही डॉ. दीक्षित सहित सदस्यों पर विभाग भी ब्लैकलिस्टेड की मुहर लगा देगा। इसका अर्थ यह कि अब बाल कल्याण समिति के तत्कालीन अध्यक्ष केके दीक्षित व सदस्य भविष्य में कभी किसी समिति में पदाधिकारी नहीं बन सकेंगे। बाल कल्याण समिति बाल सरंक्षण नहीं, बल्कि गैर कानूनी ढंग से जिले में काम कर रही थी। कलेक्टर ग्वालियर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ. केके दीक्षित और सदस्यों को जांच रिपोर्ट मंे दोषी माना है। समिति के अध्यक्ष डॉ. दीक्षित और सदस्यांे को ब्लैक लिस्ट करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रमुख सचिव, विभाग के आयुक्त और संचालक को प्रस्ताव भेजा गया था।

ज्ञात रहे कि ग्वालियर जिले की बाल कल्याण समिति ने एक फॉस्टर केयर के मामले में समाजसेविका ज्योति चौहान को स्वीकृति नहीं दी थी और ज्योति ने कलेक्टर ग्वालियर के यहां गुहार लगाई। कलेक्टर ने इस मामले में फॉस्टर केयर के आदेश जारी कर दिए। समिति की संदिग्ध कार्यप्रणाली देख प्रशासन ने पुराने केस दिखवाए तो सभी जगह समिति गैर कानूनी ढंग से कार्य करती पाई गई।

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