मुरैना बुधवार को विस्फोट के साथ मकान ढहने की घटना जींगनी गांव में पहली बार नहीं हुई है। इस घटना से पहले भी चार बार विस्फोट के साथ मकान ढह चुके हैं और इन घटनाओं में अब तक कुल 6 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। बुधवार को जिस बंटी खां की मौत हुई है, उसी के परिवार में फटाखों के बारूद से तीन बार पहले विस्फोट हो चुका है, जिसमें उसकी चाची व परिवार के दो अन्य सदस्यों की दर्दनाक मौत हुई थी।
हादसे में मारे गए बंटी खां की चाची जमीला के घर में भी फटाखे के बारूद से विस्फोट हुआ था। यह घटना करीब 6 साल पुरानी है, जब एक भगोने में बारूद ले जा रही जमीना के हाथ से भगोना छूटकर जमीन पर गिरा और उसी के साथ इतना तेज धमाका हुआ कि जमीना सहित घर के परखच्चे उड़े गए थे। इससे कुछ साल पहले मृतक बंटी के ताऊ के घर में भी बारूद से धमाका हुआ था जिसमें उसके परिवार के दो सदस्यों वर्जनकी मौत हुई थी। इसके अलावा दो अन्य घटनाएं गांव के अन्य फटाखे बनाने वालों के घर मंे हुई थीं। आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि मृतक बंटी मूंगफली बेचने का काम करता था। लॉकडाउन में रोजगार छिनने के कारण आर्थिक परेशानी से जूझ रहा बंटी पटाखे बनाने के लिए बारूद लाया था, इसी में विस्फोट हो गया। उधर पुलिस मामले की जांच में जुटी है कि, धमाके की असल वजह क्या है
न बारूद के सबूत मिले न फटा सिलेंडर
मकान में हुआ विस्फोट किससे हुआ इसका पता लगाने के लिए माता बसैया थाना पुलिस ने बम डिस्पोजल दस्ते की टीम को भी घटना स्थल पर बुलाया। इस टीम ने करीब पौन घंटे तक जांच पड़ताल की। पुलिस का कहना है कि मौके पर बारूद के कोई सबूत नहीं मिले हैं। कुछ लोग गैस सिलेंडर फटने से धमाका बता रहे हैं लेकिन, मौके पर फटा हुआ गैस सिलेंडर भी नहीं था। पुलिस ने पहले माना कि शायद मकान किसी कारण ढह गया हो लेकिन, लोगों का कहना है कि यह मकान धमाके की आवाज के साथ गिरा और उसके बाद धूल के गुबार उड़े।
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