Music

BRACKING

Loading...

गैस त्रासदी प्रभावित बैरागढ़ वासियों को नहीं मिल सका मुआवजा, दावा अदालतें भी बंद हुई

 


भोपाल विश्व की भीषणतम गैस त्रासदी का दुख भोग चुके बैरागढ़ वासियों को घोषणा के बावजूद मुआवजा न मिलने का अफसोस है। गैस राहत विभाग ने भोपाल गैस त्रासदी के कुछ समय बाद ही संत हिरदाराम नगर में दावा अदालतों का निर्माण किया। लाइन लगाकर लोगों ने क्लेम फॉर्म भी भरे लेकिन एक भी पीड़ित को मुआवजा नहीं मिल सका। गैस त्रासदी के समय संत हिरदाराम नगर में अफरा-तफरी मच गई थी। व्यापारियों को लंबे समय तक दुकानें बंद करना पड़ी। गैस प्रभावित इलाकों के कई लोग यहां की धर्मशालाओं और सभागृह में आकर रुके थे। बैरागढ़ वासियों ने पीड़ितों की सेवा की, उन्हे भोजन भी कराया। त्रासदी के बाद कई लोग बीमार पड़ गए चिकित्सा शिविर भी लगाए गए। कुछ समय बाद ही भोपाल के विभिन्न इलाकों को गैस प्रभावित मानकर मुआवजा वितरण किया गया लेकिन बैरागढ़ के 3 वार्डों को छोड़ दिया गया। उस समय बैरागढ़ जोन में 4 वार्ड शामिल थे। गैस राहत विभाग ने वार्ड क्रमांक 1 गांधीनगर को तो गैस प्रभावित मान लिया लेकिन बैरागढ़ को गैस प्रभावित नहीं माना गया, नतीजा लंबी कतारें लगाकर क्लेम फॉर्म भरने वालों को आज तक मुआवजा नहीं मिल सका है।

गैस दवा अदालतें बंद, अस्पताल में भी इलाज की सुविधा नहीं

गैस त्रासदी का दुख भोग चुके नागरिकों को काफी समय तक मुआवजा मिलने की आस बंधी रही लेकिन 7 साल पहले गैस दावा अदालत में भी बंद कर दी गई। दवा अदालतें नगर निगम ने अधिकृत कर ली इसके साथ ही नागरिकों को राहत मिलने की उम्मीद भी खत्म हो गई। बैरागढ़ वासियों को भोपाल मेमोरियल अस्पताल में भी कभी भी इलाज की सुविधा नहीं मिली। बैरागढ़ गैस पीड़ित बैरागढ़ गैस पीड़ित संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष महेश दादलानी का कहना है कि बैरागढ़ वासियों को मुआवज़ा मिलना चाहिए, क्योंकि गैस रिसन पूरे भोपाल में हुई थी और बैरागढ़ भी भोपाल का ही एक हिस्सा है। संघर्ष मोर्चा ने गैस त्रासदी में मारे गए लोगों को श्रद्धासुमन अर्पित किए हैं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ