Music

BRACKING

Loading...

सहरिया युवाओं ने नौकरी न मिलने और सर्वे न होने से नाराज होकर 3 घंटे तक किया कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन



शिवपुरी  बेरोजगारी का दंश झेल रहे सहरिया युवाओं और बाढ के बाद गांव में राशन और सर्वे न होने से परेशान लोगों ने मंगलवार को कलेक्टोरेट पर प्रदर्शन किया। बेरोजगार युवाओं का आरोप था कि वह कब तक बेरोजगार रहें, आरक्षक और संविदा कर्मी नियुक्त करने के अधिकार प्रशासन पर फिर हमारी नियुक्ति अब तक क्यों नहीं की गई।

वहीं ग्रामीण महिलाओं ने आरोप लगाया कि उनके मजरे में न तो कोई सर्वे को आया और न ही उन्हें 50 किलो राशन के कट्टे मिले। ऐसे में राशन की उपलब्धता और नुकसान का सर्वे कब होगा। कुल मिलाकर आक्रोशित लोगों ने तकरीबन तीन घंटे तक कलेक्टोरेट पर प्रदर्शन किया।

महिलाएं बोलीं बाढ से सब खत्म हो गया न सर्वे हुआ और न ही हमें राशन की उपलब्धता हो सकी आखिर नुकसान का सर्वे कब होगा : खनियाधाना के अंतर्गत आने वाले बूधोन राजापुर सरस्वती मजरा के आदिवासियों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर 3 घंटे तक प्रदर्शन किया। बैनी, गिरिजा, मैया, मुन्नी, पूरब, कल्याण, कल्लू, बल्लू आदि का आरोप था कि महुअर नदी से गांव में बाढ आई। सब बर्बाद हो गया। खाने को अन्न तक नहीं बचा। न सर्वे हुआ और न ही गांव में कोई सुनवाई को आया। ऐसे में अपनी परेशानी की शिकायत लेकर हम कलेक्टोरेट आए हैं जहां जब आवेदन की ही सुनवाई नहीं हो रही तो कैसे सर्वे होगा और कैसे हमें 50 किलो राशन का कट्टा मिलेगा।

डिप्टी कलेक्टर ने की सुनवाई, बोलीं- गांव में तहसीलदार और पटवारी को सर्वे करने के निर्देश थे, हम जानकारी एकत्रित कर रहे हैं
डिप्टी कलेक्टर शिवांगी अग्रवाल से जब भास्कर ने पूछा कि आखिर इन महिलाओं को बाढ प्रभावित होने के बाद गांव में सर्वे और राशन का वितरण क्यों नहीं कराया गया।तो जबाब में वह बोलीं कि गांव में सर्वे का काम मूल रुप से पटवारी और तहसीलदार का है। किस वजह से इनका सर्वे नहीं हुआ।क्या यह पात्र हैं और वहां बाढ के हालात बने क्या इसकी हम जानकारी लेते हैं। जहां तक बेरोजगार युवाओं की भर्ती की बात है तो इस संबंध में सीधी भर्ती के बारे में तो मैं कुछ नहीं कह सकती लेकिन हमारे यहां रोजगार मेले कलेक्टर सर ने लगवाए हैं। और सहरिया जनजाति के लिए हमने रोजगार अधिकारी को और रोजगार मेले लगाने के निर्देश दे दिए हैं।

सहरिया बेरोजगारों ने तो कलेक्टर हाय-हाय के नारे लगाकर जताया विरोध, कहा- हमें नौकरी दो
जिले के विभिन्न ग्रामीण अंचलों से आए सहरिया आदिवासी समुदाय के शिक्षित युवाओं ने मंगलवार को कलेक्टोरेट पहुंचकर अपना आक्रोश प्रकट किया। युवाओं का आरोप था कि 2018 में जब उन्हें नौकरी देने का गजट नोटिफिकेशन राज्यपाल महोदय जारी कर चुके हैं फिर भी उन्हें रोजगार उपलब्ध नहीं कराया जा रहा। सीधी भर्ती के माध्यम से उन्हें संविदा शिक्षक, पुलिस आरक्षक ,तृतीय, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी या वनरक्षक बनाया जा सकता है। लेकिन तीन साल निकल गए अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई। सहरिया शिक्षित युवा पहलवान, सूरज, राहुल, शिवराज, रामलखन, ऊदल सिंह, शिशुपाल, अनिल, ब्रजेश, सुरेंद्र, अरविंद आदि ने शासकीय सेवा में सीधी भर्ती की मांग के साथ जिले में एक निश्चित दिनांक पर कैंप लगाकर युवाओं को रोजगार देने की मांग की। हालांकि दोपहर 12 बजे कलेक्टोरेट पहुंचे युवाओं की सुनवाई में जब देरी हुई तो उन्होंने कलेक्टर हाय- हाय तक के नारे लगाए।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ