शिवपुरी / द रियल ईण्डिया होमस्टे संबंधी योजनाओं के अंतर्गत पर्यटन विभाग द्वारा इच्छुक हितधारकों को जोड़ने एवं इकाइयों का पंजीकरण हेतु भौतिक रूप से आवेदन आमंत्रित किए गए है। इच्छुक व्यक्ति स्वयं अथवा एम.पी. ऑनलाइन के माध्यम से अपने स्तर पर आवेदन कर सकेगा। पंजीयन हेतु वेबसाइट -www.tourism.mp.gov.in, https://mphomestay.mponline.gov.in तथा अधिक जानकारी के लिए मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड के दूरभाष क्रमांक 0755-2780700/600 तथा ईमेल homestay.mptb@mp.gov.in पर संपर्क किया जा सकता है।
जिला पुरातत्व एवं पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के प्रभारी अधिकारी एवं डिप्टी कलेक्टर ने बताया कि पर्यटन विभाग, मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थानीय एंव विदेशी पर्यटकों को प्रदेश में नवीन पर्यटन अनुभव प्रदान करने एवं सतत पर्यटन (सस्टेनेबल टूरिज्म) स्थापित करने हेतु अभिनव प्रयास किये जा रहे हैं। वर्तमान परिदृश्य में पर्यटक अधिक जिम्मेदार एवं जागरूक हो रहे हैं एवं अपनी यात्राओं के दौरान स्थानीय संस्कृति, पर्यावरण एवं समुदाय पर पड़ने वाले प्रभावों का आंकलन करने के पश्चात् ही अपनी यात्राओं की योजना बना रहे हैं। पर्यटकों को प्रदेश में वैकप्लिक आवासीय व्यवस्था (अल्टरनेट अकोमोडेशन) प्रदाय करने हेतु होमस्टे संबंधी नीतियों को लागू किया गया है। जिसके तहत होमस्टे स्थापना (पंजीयन तथा नियमन) योजना 2010 (संशोधित 2018), बेड एवं ब्रेकफास्ट स्थापना (पंजीयन तथा नियमन) योजना 2019, फार्मस्टे स्थापना (पंजीयन तथा नियमन) योजना 2019, ग्रामस्टे स्थापना (पंजीयन और नियमन) योजना 2019 शामिल है।
होमस्टे संबंधी योजनाओं का उद्देश्य पर्यटकों को भारतीय संस्कृति, परम्पराओं एवं खान-पान आदि अनुभव प्रदान करना, पर्यटकों तथा यात्रियों को ठहरने के लिये स्वच्छ एवं किफायती स्थान उपलब्ध कराना, प्रदेश में अतिथि कक्षों की संख्या में वृद्धि करने एवं स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने।
पर्यटन विभाग द्वारा होमस्टे योजनाओं को सरल एवं आसान बनाकर व्यापक रूप से हितधारकों को जोड़ने हेतु तैयार किया गया है। इन योजनाओं के माध्यम से प्रदेश के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों, पर्यटन स्थलों के निजी क्षेत्र के हितधारक तेजी से बढ़ते हुए पर्यटन व्यवसाय से जुड़कर अपनी संस्कृति, परिवेश एवं स्थानीय परम्पराओं का अनुभव प्रदान करते हुए आय के वैकल्पिक स्रोत को सृजित कर सकेंगे।
पर्यटन विभाग द्वारा पंजीकृत इकाइयों को अपने प्रचार-प्रसार हेतु निश्चित अतिथि आवास पूर्ण करने, इकाई में उपलब्ध सुविधाओं को बढ़ाने हेतु वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान किया जाता है। इसके अतिरिक्त पंजीकृत इकाइयों को डिजीटल मार्केटिंग, प्राईसिंग- प्रमोशन हेतु तकनीकी सहायता, इकाई में कार्यरत मानव संसाधन की क्षमता वृद्धि एवं राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के ट्रेवल मार्ट एवं कार्यशालाओं में सहभागिता करने का अवसर प्रदान करता है। होमस्टे संबंधी योजनाओं के माध्यम से स्थानीय हितधारकों के हर वर्ग को जोड़ने का प्रयास किया गया है, जिसमें विशेषकर गृहिणियां स्थानीय युवा, टूर-ट्रेवल्स, गाईड, नेचुरलिस्ट, हेरिटेज सम्पत्तियां, पारंपरिक चिकित्सा पद्धति से जुड़े हुए विशेषज्ञ, सेवानिवृत्त अधिकारी, कर्मचारी, स्थानीय व्यवसायी, ग्रामीण स्व-सहायता समूह, पंजीकृत पर्यटन सोसाइटी, स्थानीय कला एवं हस्तकला के कारीगर, स्थानीय खानपान के विशेषज्ञ, उन्नत तकनीक का उपयोग करने वाले कृषक आदि सम्मिलित हैं।
प्रदेश में 175 से अधिक होमस्टे इकाईयां पंजीकृत है जिनमें 102 इकाईयां सतत् एवं सक्रिय रूप से कार्यरत है। प्रदेश में सबसे अधिक संख्या में होमस्टे ओरछा, भोपाल, इंदौर, पचमढ़ी एवं मण्डला में पंजीकृत हैं। पर्यटन विभाग द्वारा इच्छुक हितधारकों को जोड़ने हेतु पर्यटन स्थल / जिले स्तर पर जिला पुरातत्व एवं पर्यटन परिषद के सहयोग से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। साथ ही प्रिन्ट, इलेक्ट्रानिक मीडिया एवं सोशल मीडिया के माध्यम से भी होमस्टे योजना एवं पंजीकृत इकाइयों का प्रमोशन किया जा रहा है।वर्तमान में इच्छुक व्यक्तियों से इकाइयों पंजीकरण हेतु भौतिक रूप से आवेदन प्राप्त किया जा रहा हैं। भविष्य में आवेदकों की बढ़ती संख्या एवं पंजीकरण को आसान बनाने के उद्देश्य से पंजीकरण की ऑनलाइन व्यवस्था निर्मित की गई है। इस हेतु एमपी ऑनलाइन द्वारा होमस्टे पोर्टल का निर्माण किया गया है जिसके माध्यम से इच्छुक व्यक्ति स्वयं अथवा एमपी ऑनलाइन के माध्यम से अपने स्थल से आवेदन कर सकेगा। ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से पंजीयन के अतिरिक्त प्रदेश में स्थित पंजीकृत इकाइयों की बुकिंग की जानकारी, प्रदेश में उपलब्ध होमस्टे की जानकारी एक नजर में, समस्त योजनाओं की विस्तृत जानकारी एवं पंजीयन से पूर्व एवं पश्चात पूछे जाने वाले प्रश्नों की जानकारी उपलब्ध है।
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