जिला क्षय अधिकारी डॉ आशीष व्यास ने 47 पहले से चिन्हित मरीजों का स्वास्थय परीक्षण किया। निःशुल्क दवा वितरण एवं सभी के खंखार सैंपल एकत्र किए गए। आईसीएमआर टीम के द्वारा 21 बच्चों में मंटोक्स टेस्ट किये गए। इन टेस्ट से बच्चों में टीबी की बीमारी का पता लगाया जाता है। तीन बच्चों की शिविर में ही टीबी की दवा प्रारम्भ की गई। एक वयस्क व्यक्ति की भी दवा शुरू की। समस्त 550 हाई रिस्क आबादी की भी स्क्रीनिंग की गई। एक कुपोषित बच्चे में टीबी की गठान भी मिली, उसका भी इलाज़ शुरू किया गया। आईसीएमआर के लैब तकनीशियन मनोज कुशवाह, और साइंटिस्ट प्रशांत मिश्रा एवं जबलपुर की ज्योति भट्ट का इस कार्यक्रम में विशेष योगदान रहा।
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